सांसद संतोष अहलावत ने गुरूवार को जिला परिषद सभागार में आयोजित जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति दिशा की बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि समिति में जो भी प्रकरण दर्ज हो, संबंधित अधिकारी निर्धारित समय सीमा में उस प्रकरण की रिपोर्ट सहित बैठक में उपस्थित होना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी के अनुपस्थित रहने पर नाराजगी जाहिर करते हुए सांसद ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को नसीहत दी कि वे बैठकों में आवश्यक रूप से उपस्थित रहें।
खराब सड़क के एक प्रकरण पर चर्चा करते हुए सांसद ने कहा कि जहां भी इस प्रकार की शिकायत मिलती है, वहां संबंधित विभाग का अधिकारी स्वयं जाएं और शिकायत कर्ता तथा गांव वालों की उपस्थिति में उस जगह का मौका देखे। अहलावत ने कहा कि बुहाना की बणी एवं सूरजगढ़ बीहड के भी संरक्षण के प्रयास किए जाने चाहिए, ताकि इस धरोहरों को बचाया जा सकें।
बैठक में मनरेगा में कार्यरत मजदूरों एवं सामग्री की राशि का भुगतान करने, आरएसएलडीसी के माध्यम से अधिक से अधिक व्यक्तियों को प्रशिक्षण देने, सड़कों को बनाते समय गुणवत्ता का ध्यान रखने, सूरजगढ़ में कृषि मण्डी से रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाली सड़क पर भरने वाले पानी की निकासी की व्यवस्था करने, बुहाना स्टेडियम के निर्माण के लिए आवंटित राशि में से शेष राशि का ट्रैक निर्माण में उपयोग करने, सूरजगढ कृषि मण्डी में सुलभ शौचालय बनवाने, घरडू गांव में जर्जर अवस्था में खण्डे आॅवर हैड टैंक को गिराने सहित विभागावार योजनाओं पर समीक्षा की। बैठक में जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेपी बुनकर सहित जिला स्तरीय अधिकारी एवं समिति सदस्य उपस्थित थे।