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गोगावास गांव में सरपंच की अनूठी पहल
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] मोटलावास ग्राम पंचायत के गोगावास गांव में सरपंच की ओर से सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल पेश की गई। एक तरफ जहां अनेक जगह है दलित दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने दिया जाता है वही मोटलावास के सरपंच प्रभुसिंह शेखावत ने गांव के वाल्मीकि समाज के सज्जन कुमार के निधन पर पगड़ी की रस्म अदायगी करवाई। सैकड़ों की संख्या में इस मौके पर इस अनूठी मिसाल के साक्षी बने। मामले के अनुसार सज्जन कुमार का 12 दिन पहले निधन हो गया था। परंपराओं के अनुसार बड़े बेटे की पगड़ी की रस्म अदायगी थी। सरपंच प्रभुसिंह शेखावत ने पहल करते हुए स्व. सज्जन कुमार के घर जाकर उन्हें पगड़ी की रस्म उनके स्वयं के द्वारा अदायगी करने की बात कही जिस पर परिजनों ने सहमति जताते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। रविवार को सज्जन कुमार के बड़े पुत्र करण कुमार को सरपंच प्रभुसिंह शेखावत की ओर से पगड़ी पहनाकर सदियों से चली आ रही रस्म की अदायगी की। प्रभुसिंह शेखावत ने बताया कि वाल्मीकि समाज के लोगों को गांव में राजा रानी का दर्जा है और विशेष आयोजनों में गांव के मौजूद लोगों की ओर से इस रस्म की सकारात्मक भूमिका अदा की जाती है उसी परंपरा के तहत उन्होंने करण कुमार को पगड़ी पहनाई और उनके परिजनों को वस्त्र भेंट किए। इस मौके पर करण कुमार ने प्रभु सिंह शेखावत एवं मौजूद मौजूद लोगों का आभार जताया और बताया कि निश्चित ही इस तरह के पहल से सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा। स्व. सज्जन कुमार के बड़े भाई दिल्ली एमसीडी में कर्मचारी नेता रहे गोपाल कुमार ने इस पहल की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए सरपंच प्रभुसिंह शेखावत एवं दांतारामगढ़ प्रधान गेंद कंवर का आभार जताया और कहा कि इससे समाज में जो भेदभाव की भावना है वह निश्चित ही खत्म होगी।