लोकसभा में शून्यकाल के तहत्त रखी अपनी बात
दिल्ली/चूरू, चूरू सांसद राहुल कस्वां ने लोकसभा में ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना में बजट प्रावधान करने सम्बन्धित मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में कहा कि केन्द्र सरकार 16वीं लोकसभा के दौरान सांसद आदर्श ग्राम योजना लेकर आई, जिससे जनता को यह लगा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत्त गांवों तक विकास पहुंचेगा, लेकिन जो ग्राम विकास योजना (विलेज डवलपमेंट प्लान) बनाई गई उसके तहत्त व्यय होने वाले बजट का कोई प्रावधान नहीं रखा गया, जिसकी वजह से आज यह योजना धरातल पर पूर्ण रूप से लागू नहीं हो पाई है। ग्राम विकास योजना (वीडीपी) के तहत्त करोड़ों रू. व्यय होने का प्लान बनाया गया, लेकिन इस प्लान के मुताबिक होने कार्यों के लिए धनराशि का कोई प्रावधान तय नहीं किया गया है। सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत्त गांवों में कितनी राशि व कहां से उपलब्ध करवाई जायेगी यह प्रावधान नहीं होने से यह योजना धरातल पर सही रूप में नहीं आ पाई है। सांसद आदर्श ग्राम योजना आंकड़ों के आधार पर रिकार्ड में तो पेश हो गई लेकिन वास्तविक रूप से तय प्रारूप के अनुसार कितने गांव सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत कार्य नहीं हुए है, अत: उन कार्यो के लिए धनराशि जारी करने के लिए स्रोत जारी किया जाना अति आवश्यक है। सांसद कस्वां ने सदन के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत चिन्हित किये गये गांवों के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त धनराशि स्वीकृत की जाए और भविष्य में इस योजना के लिए फंड का प्रावधान अलग से रखा जाये ताकि गांवों तक विकास सही रूप में पहुंच सके।