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आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में
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सूरजगढ़, आदर्श समाज समिति इंडिया के तत्वाधान में जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने वाले देश के महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह का बलिदान दिवस मनाया। महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार उधम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर महान साहित्यकार, हिंदी और उर्दू के लोकप्रिय उपन्यासकार, लेखक, संपादक और पत्रकार, देशभक्त, महान विचारक मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर साहित्य के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान को भी याद किया गया। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि स्वाधीनता आंदोलन के दौरान देश में सामूहिक नरसंहार की अब तक की सबसे बड़ी घटना कही जाने वाली जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद माइकल ओ ड्वायर को घटना के बाद लंदन भेज दिया गया था। बताते हैं कि ड्वायर को लगने लगा था कि वह अपने शासन काल में हिंदुस्तानियों के भीतर डर बैठाकर वापस अपने वतन आ गया है। लेकिन कोई था जो उसका साये की तरह पीछा कर रहा था। वो कोई ओर नहीं बल्कि भारत का शेर उधम सिंह था। क्रांतिकारी उधम सिंह जलियांवाला बाग हत्याकांड के दोषी अंग्रेज अफसर को मौत के घाट उतारने की प्रतिज्ञा कर चुका था। जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला क्रांतिकारी उधम सिंह ने 21 साल बाद लंदन में जाकर भरी सभा में माइकल ओ ड्वायर को गोली से उड़ा कर लिया। इसके साथ ही उधम सिंह ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और दुनिया को संदेश दिया कि अत्याचारियों को भारतीय वीर कभी छोड़ा नहीं करते हैं। 31 जुलाई 1940 को क्रांतिकारी उधम सिंह देश की आजादी के लिए इंग्लैंड में हंसते-हंसते फांसी पर चढ़कर शहीद हो गये। 1974 में ब्रिटेन सरकार ने उनके अवशेष भारत सरकार को सौंप दिये। अंग्रेजों को उनके घर में घुसकर मारने का जो काम सरदार उधम सिंह ने किया था, वह काबिले तारीफ साहसिक कार्य था। उनकी हर जगह तारीफ हुई। उस दौर के महान स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी क्रांतिकारी उधम सिंह की तारीफ की थी। शहीद-ए-आजम सरदार उधम सिंह हमेशा भारतीयों के दिल में रहेंगे। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में राजेंद्र कुमार,अनिल जांगिड़, चरण सिंह, धर्मपाल गांधी, रवि कुमार, दिनेश कुमार, सुनील, अंजू गांधी, अमित कुमार, सोनू आदि अन्य लोग शामिल रहे।