27 जनवरी को बलात्कार व हत्या की शिकार मामले में
सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने लोकसभा में भी उठाया मुद्दा
सीकर, सीकर के कांवट में 27 जनवरी को बलात्कार व हत्या की शिकार मामले में 14 वर्षीय पीडि़ता की जयपुर में उपचार के दौरान मौत के बाद ग्रामीणों का शव के साथ थोई थाने पर दिया जा रहा धरना प्रदर्शन तीसरे दिन प्रशासन के उच्च अधिकारियों के साथ चौथे दौर की समझौता वार्ता के बाद गुरूवार सायं काल धरना समाप्त हो गया। समझोता वार्ता में संभागीय आयुक्त के.सी. वर्मा तथा आई जी एस सेंगाथीर, जिला कलेक्टर यज्ञ मित्र सिंह देव, पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला व पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री बंशीधर खंडेला, पूर्व विधायक झाबर सिंह खर्रा, पेमाराम वर्मा, फूल चन्द गुर्जर, यूथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष मील, सुभाष नेहरा सहित पीडि़त परिवार के सदस्यों के मध्य समझौता हुआ। जिसमें आरोपी थाना प्रभारी को जांच के दौरान जयपुर आईजी मुख्यालय लगाकर पीडि़त परिवार को 20 लाख का मुवावजा देने तथा दुष्कर्म बालिका की मौत के बाद उच्च स्तरीय मैडिकल बोर्ड से जांच कराने पर सहमति हुई। धरना समाप्त के बाद बालिका का शव परिजनों के घर पंहुचाया गया। जिसका शुक्रवार को दाहसंस्कार किया जावेगा। वहीं सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने सीकर जिले के कांवट कस्बे में 14 वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या करने के मामले को लोकसभा में उठाया। घटना को लेकर थोई कस्बे में पूरे दिन भर बाजार व बस स्टैण्ड पर दुकानें बन्द रही। धरना स्थल पर सुबह से ही काफी संख्या में लोग एकत्र हो गये जो सायंकाल तक रूके हुये थे। धरना स्थल पर अनेक वक्ताओं ने अपने विचार रखें। बालिका का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार दोपहर करीब तीन बजे थोई जाया गया। शव को लेकर आई एम्बूलेंस को थाने के बाहर ही खड़ा कर दिया गया। कुछ समय बाद शव को एम्बूलेंस से दूसरे वाहन में रख दिया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मांगे माने जाने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार करने की बात कहीं। थाने के सामने प्रदर्शन में लोगों की भीड़ के कारण वहां जाम के हालात हो गए। ऐसे में पुलिस ने यातायात को डायवर्ट कर जाम खुलवाया। इस दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दर्जनभर थानों का पुलिस बल मौजूद रहा।