खेतड़ी[हर्ष स्वामी] सिहोड के बालाजी नाका के पास बुधवार को पानी में डूबे दोनों युवकों के शव तीसरे दिन सर्च ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही मिल गए। युवकों की तलाश को लेकर एसडीआरएफ की टीम के लगातार प्रयास कर रही थी, वही प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुला लिया था। उपखंड अधिकारी संजय कुमार वासु ने बताया कि जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने गुरूवार को मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया था तथा एनडीआरएफ को बुलाने के लिए कहा गया था, जिस पर एनडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाया था तथा टीम रात को मौके पर पहुंच गई ओर सुबह ऑपरेशन शुरू करने वाली थी कि उससे पहले ही शव पानी में तैरते हुए मिल गए। उपखंड अधिकारी संजय कुमार वासु ने बताया कि दूसरे दिन भी शव नही मिलने पर गुरूवार शाम को टीम ने आपॅरेशन बंद कर दिया था। कि पानी में डूबे दोनों युवकों को निकालने के लिए टीम द्वारा काफी प्रयास किए गए, लेकिन दो दिन तक शव नही मिलने पर ऑपरेशन बंद करने से पहले बोट के जरीए पानी को वाइब्रेट कर काफी हिलाया गया। शुक्रवार सुबह जैसे ही टीम ने मौके पर जाकर ऑपरेशन शुरू करने के लगे तो पानी में डूबे दोनों युवकों के शव पानी में तैरते हुए मिले। जिनकों टीम ने बाहर निकाला । पानी से निकाले गए दोनों मृतक कोलसिया निवासी बन्ना पुत्र सुरजाराम व किशोरपुरा निवासी सुरमा पुत्र बाबुलाल का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। रास्ते में पानी भरने से खेतड़ी से डाबला जाने का रास्ता तीन दिन से बंद है। पानी का भराव होने के कारण खेतड़ी डाबला सड़क भी पानी के साथ बह गई। जिसके चलते खेतड़ी से डाबला पाटन जाने वाली वाहन नही जा पा रहे है। इस दौरान डीएसपी विरेंद्र कुमार मीणा, सीआई विक्रमसिंह राठौड़, पूर्व विधायक दाताराम गुर्जर, भाजपा नेता इंजिनियर धर्मपाल गुर्जर, पूर्व प्रधान मदन लाल गुर्जर, प्रधान मनीषा गुर्जर, भाई दयाराम सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।