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अनन्य डॉ.कलाम के पद चिन्हों पर चलता है, वैज्ञानिक बनने की रखता है चाह

शिक्षक दंपति का पुत्र

रींगस (अरविन्द कुमार) कस्बे की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रतिभावान छात्र अनन्य चतुर्वेदी अवकाश के समय में समय का सदुपयोग करते हुए कलाम साहब के आदर्शों पर चलते हुए घर पर अनुपयोगी वस्तुओं को इकट्ठा कर स्वयं के प्रयासों से डॉ.कलाम के पद चिन्हों पर चलते हुए वैज्ञानिक बनने का सपना संजोए दिन रात कड़ी मेहनत कर मॉडल बना रहे हैं। विद्यालय के व्याख्याता मंगल चंद कुमावत ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी ने चरखा, अलमारी, वीडियो गेम, बास्केट बॉल गेम, विद्युत मिक्सर, घर, छोटा झूला, केरम बोर्ड गेम, ड्रॉईंग, विद्यालय आदि के मॉडल बनाकर मिशाल कायम की है प्रतिभावान छात्र के पिता सांवरमल शर्मा एवं माता संतोष शर्मा दोनों ही राजकीय सेवा में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं उन्होने बताया कि नौवीं कक्षा का छात्र अनन्य दिन भर अंतरिक्ष से जुड़ी जानकारी ही खोजता रहता है और उसकी मिसाइल मैन बनने की इच्छा है प्रधानाचार्य विजय पाल सिंह बाजिया, विद्यालय विकास समिति के सदस्य स्वतंत्रता सेनानी कालिदास स्वामी, विज्ञान विषय के व्याख्याता मुकेश कुमार, कुलदीप गुप्ता, विजेंद्र ऐचरा, मोहन सिंह, सुनीता रोलानिया, गणपत राम जाट, धीरज कुमार शर्मा, मुकुट कैलाश शर्मा, ठेकेदार महेश शर्मा, गोविंद नारायण शर्मा, चंद्रशेखर शर्मा, भगवती देवी ने बालक की कठिन मेहनत, समर्पण, अभिरुचि और संकल्पना को लेकर प्रसन्नता व्यक्त की है। होनहार बालक अनन्य चतुर्वेदी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रींगस में कक्षा 6, 7 व 8 में लगातार तीन वर्षों से सबसे अधिक अंक प्राप्त कर विद्यालय टॉप कर रहा है। अनन्य चतुर्वेदी की अध्ययन के साथ-साथ विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी व चित्रकला के क्षेत्र में भी विशेष रूचि है चित्रकला में वह अपनी कल्पना से गीता का उपदेश देते हुए श्री कृष्ण, ढलती हुई सांझ, बारिश का दृश्य, पर्यावरण, भारतीय अर्थव्यवस्था की कोरोना काल में स्थिति,कोरोना जागरुकता संदेश आदि का चित्रण करते हुए प्रकाश डाला गया।

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