शिमला[अनिल शर्मा ] मंगलवार सुबह 10 बजकर 54 मिनट पर तीन नकाबपोस लुटेरे बैंक मे घुसे। दो बैंक के अन्दर चले गये तीसरा छत पर चला गया। छत पर जाकर लुटेरे ने हवाई फायर किया। उस समय बेंक मे लगभग 30 – 40 की तादाद मे खाताधारक मौजूद थे। लुटेरों ने ज्योंहि बेंक मे घुसकर गोली चलाई। वहाँ मोजूद लोग डरकर बाहर जाकर छुप गये। कैशियर दरवाजा बन्द करके लेनदेन का कार्य कर रहा था। तो दो नकाबपोस लुटेरों ने पैर से तेज प्रहार करके दरवाजे को तोड दिया। और कैशियर के रूम मे घुस गये। तथा कैशियर विरेन्द्र जांगिड की कनपटी पर रिवाल्वर तान कर सारी नकदी लूट ली। तथा कमरे मे भी एक फायर किया लेकिन गनीमत यह रही कि किसी भी व्यक्ति को गोली नही लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार लुटेरों ने 10 से 15 फायर किये। बैंक को लूटकर लुटेरें अपाची मोटरसाईकिल पर बैठकर दूधवा की और भागे। भागते समय पूर्व प्राचार्य नरेन्द्र सिहं ने वो जिस चारपाई पर बैठे थे वहीं चारपाई मोटरसाइकिल पर फैंक दी जिससे वो चारपाई टूट भी गयी। और लुटेरे भागने मे कामयाब रहे। प्रत्यदर्शी गिरीराज यादव व कृष्णा यादव ने बताया कि उन्होंने अचानक तेज आवाज सुनी तो उन्होंने सोचा कि पास ही स्थित सीनीयर सैकेण्डरी स्कूल मे शायद कुछ गिर गया होगा। लेकिन गोलियों की जैसी आवाज बार बार आई तो दौडकर घर से बाहर निकले तथा बैंक की तरफ देखा तो उधर से गोलियों की आवाज आ रही थी तथा अफरा तफरी मची हुई थी। तो उन्होने जोर जोर से आवाज लगाई की बैंक मे लुटेरे घुस गये हें। भागो भागो। लेकिन गोलियों के भय से कोई भी नही आया। लुटेरो ने लूट की घटना को मात्र 5 मिनट मे ही निपटा दिया जिससे के कारण लोग समझ भी नही पाये कि वो क्या करें। लुटेरों ने पूरी घटना को फिल्मी स्टाईल मे अन्जाम दिया है। तथा उन्होने ये भी समझदारी दिखाई की उन्होने किसी व्यक्ति विशेष पर गोली न चलाकर दिवारों पर गोली चलाकर लोगो मे दहशत का माहौल पैदा कर दिया।
लुटेरे जिस समय बैंक मे आये उस समय बैंक मे केवल कैशियर विरेन्द्र जांगिड व चपरासी पोकरमल ही मोजूद थे। बैंक मैनेजर विजयसिहं व गार्ड भवानी सिहं कैश लाने एसबीआई बैंक खेतडी गये हुये थे। जब बैंक मे लूटपाट की घटना हुई उस समय ग्राम रवां निवासी संदीप कुमार जो आर्मी मे सैनिक हे पैसा निकलवाने बेंक मे आया हुआ था। उसने लुटेरो पर भागते समय पत्थर से वार भी किया। तब लुटेरो ने उस पर भी गोली चलाई लेकिन वो गोली दीवार मे जाकर लग गई। और लुटेरे भाग गये लुटेरों का बैंक कैशियर विरेन्द्र जांगिड ने भी करीब 100 मीटर तक पीछा किया था लेकिन वो औझल हो गये और कैशियर वापिस आ गया। ऐसा लगता है शायद लुटेरों ने लूटपाट से पूर्व बैंक की रेकी भी की हो। लुटेरों ने पूरी तरह से फिल्मी स्टाईल मे लूटपाट की घटना को अन्जाम दिया हे। शिमला व आसपास के इलाके मे दिनदहाडे डकैती की यह पहली घटना है। डकैती के बाद ग्राम मे दहशत का माहोल है। डकैती के बाद ग्राम शिमला स्थित बडौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक व उपडाकघर मे भी दहशत का माहौल है क्योंकि दोनो ही जगह गार्ड की कोई व्यवस्था नही हे। यहीं नहीं उपडाकघर शिमला मे तो सीसीटीवी कैमरे भी नही है। यह ग्राम हरियाणा की सीमा से सटा हुआ हे। जिसके कारण सुरक्षा की दृष्टि से बैंक व उपडाकघर मे गार्ड की नितांत आवश्यकता है।
-कैशियर ने दिया ईमानदारी का परिचय-
जब बैंक मे लूटपाट की घटना हुई उस समय संदीप कुमार रवां ने 80 हजार रू निकलवाये थे। जिनमे से 50 हजार रू बैंक मे ही गिर गये। जो लुटेरे जाने के बाद कैशियर को मिल गये कैशियर विरेन्द्र सिहं ने वो 50 हजार रू संदीप कुमार को लौटाकर ईमानदारी का परिचय दिया। जिससे जाहिर होता है कि ईमानदारी अभी भी जिन्दा है।
बैंक लूटपाट की घटना का समाचार सुनते ही शिमला सरपंच धर्मेन्द्र यादव, युंका जिला महासचिव अनिल शर्मा, युका जिला उपाध्यक्ष शीशराम यादव सहित सैकडों की तादाद मे ग्रामीण मौके पर पंहुच गये। इस बैंक मे स्टाफ की भी कमी है जिसके कारण दो कर्मचारियों को तो रोजाना नगदी लोने ले जाने की ही डयूटी रहती है तथा एक ही कर्मचारी डयूटी पर रहता है दूसरा कर्मचारी तो पार्ट टाईम कर्मचारी है। बैंक स्टाफ बढाने हेतु ग्रामीणो व बैंक स्टाफ ने अनेक बार अनुरोध भी किया है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही हुयी।
-और पुलिस ने मुस्तैदी व समझदारी से कुछ घंटो में ही अपराधियों को धर दबोचा –
पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल से मिली जानकारी के अनुसार बैंक एसबीआई बैंक मैनेजर शिमला ने इतला दी कि वो गार्ड के साथ कैश लेने खेतडी आया हुआ था। पीछे से बैंक मे हथियार बन्द लुटेरों ने फायरिंग कर लूटपाट की। तथा तीन लाख दस हजार एक सौ रू फरार हो गये। खेतडी डीएसपी विरेन्द्र मीणा व थानाधिकारी हरदयाल सिहं व बसई चौकी प्रभारी भीमसिहं के नेतृत्व मे टीम का गठन कर नाकाबन्दी की गई। किशनपुरा दनचोली के बीच एक सफेद रंग की अपाची बिना नम्बर की मोटरसाईकिल जिसको एक सफेद टी शर्ट पहनकर चला रहा था। एच सी भीमसिहं ने मोटरसाईकिल को संदिग्ध मानते हुये रूकने का इशारा किया तो बाईक के पीछे बैठे व्यक्ति ने फायरिंग शुरू कर दी। हडबडाहट मे बाईक फिसल गई। तीनो लुटेरे फायरिंग करते हुये एवं लूटी हुई राशि को लेकर भागने लगे। एच सी भीमसिहं ने अपनी व साथियों की जान सलामतीर की परवाह किये बिना फायर करते हुये तीनो नकाबपोश हथियारबन्द लुटेरे राजेश पुत्र लीलाराम जाति गुर्जर उम्र 20 साल निवासी रूपसराय थाना नांगल चौधरी, लोकेश पुत्र बलबीर जाति गुर्जर उम्र 19 साल निवासी डूमोली खुर्द, राजेश पुत्र रोहताश उम्र 22 साल निवासी रूपसराय थाना नांगल चौधरी को धर दबोचा तथा लूटी गई राशि तीन लाख दस हजार सौ रू एवं वारदात मे काम मे लिये गये हथियार व अपाची मोटरसाईकिल बरामद की गई। मुलिजमानो से तीन पिस्टल व जिन्दा कारतूस बरामद किये गये। दिनांक 4 जुलाई 18 को ग्राम डाबला थाना पाटन जिला सीकर मे भी इन्होने ही दिनदहाडे बैंक डकैती की थी। मुलिजमानो से अन्य दर्जनभर वारदातें भी खुलने की संभावना है। इन बदमाशो ने हरियाणा व राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र मे आंतक फैला रख है। तथा आये दिन वारदातें करते रहते हैं। गिरप्तार सुदा मुलजिम लोकेश पुत्र बलबीर जाति गुज्रर उम्र 19 साल निवासी डुमोली खुर्द दोहरे हत्याकाण्ड मे भी मुलजिम है तथा काफी दिन से फरार चल रहा है। खेतडी पुलिस की यह सबसे बडी कामयाबी है। इससे बैंक डकैतियों पर रोक लगेगी व पूर्व मे की गई घटनाओं की बरामदी व गिरपतारी हो सकेगी।