राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 में 11 दिसम्बर को 15वीं विधानसभा के लिए मतों की गणना की गई। सीकर जिले में परसराम मोरदिया, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, महादेव सिंह खंडेला ने जीत का छक्का लगाया है। वहीं गोविन्द सिंह डोटासरा लक्ष्मणगढ़ से लगातार तीसरी बार जीते हैं। सीकर से पूर्व उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक ने पांचवीं बार जीत हासिल की है। जबकि फतेहपुर से कांग्रेस प्रत्याशी हाकम अली, दांतारामगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र सिंह व नीमकाथाना से कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश मोदी पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंचेंगे। महादेव सिंह खंडेला से दूसरी बार निर्दलीय चुनाव जीते हंै।
-सबसे बड़ी जीत : लक्ष्मणगढ़ से डोटासरा को मिली : सीकर जिले में सबसे लम्बी जीत लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्द सिंह डोटासरा ने हासिल की। यहां से डोटासरा ने 22052 मतों से जीत हासिल की है। वह मतगणना के ज्यादातर दौर में आगे रहे। इस बार डोटासरा की दिनेश जोशी से खासी टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन इस बार जीत का अंतर काफी बढ़ गया।
-सबसे छोटी जीत : 860 से जीते हाकम अली : फतेहपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हाकम अली भी नजदीकी मुकाबले में चुनाव जीते हैं। हाकम ने 860 मतों से जीत हासिल की है। यहां भाजपा प्रत्याशी ने आखिरी समय तक टक्कर दी। लेकिन आखिरी दौर में वह चुनाव हार गई।
फिर नजदीकी मुकाबले में हारे हरीश : दांतारामगढ़ के मुकाबले में इस बार फिर नजदीकी टक्कर में भाजपा के हरीश कुमावत चुनाव हार गए। पिछले विधानसभा चुनाव में वह साढ़े पांच सौ मतों से हार गए थे। वहीं इस बार कुमावत 920 मतों से हार गए है। यहां भी कांग्रेस को आखिरी राउंड तक चुनौती मिली। आखिरी दौर में कांग्रेस के वीरेन्द्र सिंह ने जीत हासिल कर ली। इसी तरह खंडेला से महादेव सिंह खंडेला 4348 मतों से विजयी रहे।
इन सीटों पर हर राउण्ड में बदले समीकरण : जिले की तीन सीटों पर हर एक-दो राउण्ड में समीकरण बदलते रहे। फतेहपुर सीट पर आखिरी दो राउण्ड तक भाजपा प्रत्याशी सुनीता जाखड़ टक्कर में थी, लेकिन आखिरी राउण्ड में हाकम अली भारी रहे। शहरी क्षेत्र की कम पोलिंग भी भाजपा की हार का यहां बड़ा कारण रही।
-राज्य मंत्री को दी मात : खंडेला के सियासी रण में इस बार मुकाबला पूर्व केन्द्रीय मंत्री व मौजूदा चिकित्सा राज्य मंत्री के बीच में था। कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी के बीच दूसरे नंबर के लिए टक्कर बनी रही। आखिरी समय में यहां भाजपा दो नंबर पर रही। धोद में भाजपा पिछले चुनाव के मकाबले में काफी पिछड़ी हुई नजर आई।