एससी/एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर विभिन्न संगठनों की ओर से 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान सीकर जिला बंद रहा था। जिले में पिछली बार हुए उपद्रव के बाद मंगलवार को बंद के दौरान जिला प्रशासन गंभीर नजर आया। जिला कलेक्टर नरेश कुमार ठकराल ने आदेश जारी कर जिले में इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी। हालांकि जिले में दिनभर शांति बनी रही। 2 अप्रैल को जिले के नीमकाथाना में हुए उपद्रव को गंभीरता से लेते हुए जिला प्रशासन ने शहर में धारा 144 लागू कर दी। इसके अलावा शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। सीकर शहर में विभिन्न संगठनों की ओर मंगलवार को बंद के ऐलान के बाद शहर में बंद का मिला जुला असर नजर आया। शहर के जाट बाजार, स्टेशन रोड़, घंटाघर, तबेला बाजार, सुभाष चौक, बजाज रोड़ क्षेत्र के बाजार पूर्णतया बंद रहे। वहीं शहर के डीपो तिराहा, जयपुर रोड़, बजरंग कांटा, पिपराली रोड़, फतेहपुर रोड़, नवलगढ़ रोड़ पर दिनभर बाजार खुले रहे। बंद के दौरान शहर के हर प्रमुख चौराहे पर पुलिस का कड़ा इंतजाम रहा। वहीं विभिन्न थानों की पुलिस दिनभर शहर में राउण्ड पर रही। शहर में कहीं भी हुड़दंग के समाचार नहीं है। सुबह जरूर कुछ बाईक सवार युवाओं ने खुली दुकानों को बंद कराने के लिए चक्कर लगाये, लेकिन बाईक सवार युवाओं के पीछे पुलिस की गाडिय़ां लगातार रहने के कारण वे भी कुछ समय बाद चले गये। सीकर में बंद के दौरान कोई भी प्रमुख संगठन या उनके पदाधिकारी बाजारों में नजर नहीं आये। वहीं शांतिपूर्ण बंद रहने के कारण जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली। वहीं दिनभर इंटरनेट बंद रहने के कारण अफवाहों पर जरूर लगाम रही। लेकिन नेट बंद रहने के कारण लोग जरूरी सेवाओं का लाभ नहीं ले सके।