बैंक अधिकारी संगठन आईबोक के आह्वान के तहत सीकर जिले में अधिकारी संगठन के समस्त सदस्य एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर रहे। अधिकारियों के कार्य पर नहीं होने के कारण बैंकों का लेनदेन पूर्णतया बंद रहा। नकद लेनदेन के अलावा समाशोधनगृह बंद रहने से जिले में 200 करोड़ का कारोबार ठप्प रहा। हड़ताल की मुख्य मांगे सभी श्रेणी के अधिकारियों की वेतन श्रृंखला का संशोधन 11वें वेतन समझौते मे सम्मिलित किया जाये। नवीन वेतन समझौता जो 1.11.2017 से लागू होना था, उस पर ठोस वार्ता कर शीघ्र सम्पन्न किया जाये। पेंशन नीति, फैमिली पेंशन में सुधार किया जाये। नई पेंशन स्कीम के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना ही सभी के लिये लागू की जाये। अधिकारियों के कार्य के घंटों का निर्धारण किया जाये। बैंकिग में जमा, अग्रिम व संदिग्ध ऋणों की वसूली पर विशेष ध्यान दिया जाये। हड़ताली अधिकारियों ने एसबीआई कोतवाली रोड़, सीकर शाखा के समक्ष एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी की। सभा को संबोधित करते हुए अग्रणी बैंक (लीड बैंक )के एलडीएम मुकेश व्यास ने बताया कि केन्द्र सरकार व भारतीय बैंक संघ जानबूझकर बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों के मुद्दों की अनदेखी कर रहे हैं।