आईआईटी-जेईई, नीट कोचिंग संस्था पीसीपी में विधिक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार के मुख्य वक्ता अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेन्द्र कुमार ढाबी एवं अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार विश्नोई रहें। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेन्द्र कुमार ढाबी ने विद्यार्थियों को साइबर क्राइम एवं आई एक्ट के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी सोशल बने लेकिन सोशल मीडिया का दुरूपयोग न करें। किसी भी संदेश, तस्वीर या चलचित्र को आगे भेजने से पहले आश्वस्त हो कि वह किसी के लिए मानसिक आघात न पहुंचायें। वाहन खरीदने से पहले ड्राइविंग लाइसेंस जरूर बनवायें। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार विश्नोई ने कहा कि कन्या भ्रूण लिंग जांच व भ्रूण हत्या एवं दहेज प्रथा कानूनन जुर्म है। शिक्षा, विधिक जागरूकता एवं जनचेतना के माध्यम से इन समाजिक कुरीतियों पर नियंत्रण किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को खेल के माध्यम से मानसिक मजबूती बनाने एवं आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए भी प्रेरित किया। सेमिनार के दौरान प्रश्नोत्तरी भी की गयी जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह के साथ भाग लिया।