मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हुआ निशुल्क इलाज
योजना के तहत सरकार ने वहन किया 15.50 लाख रूपए का खर्चा
सीकर, राज्य सरकार की मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सभी लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना से बीमारियों से ग्रसित व पीडित लोगों को नया जीवन मिल रहा है। योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा दवाइयां व इलाज का खर्चा वहन किया जा रहा है। जिले के खण्डेला तहसील के गांव सलेदीपुरा नीमेड़ा की रहने वाली 68 वर्षीय सिणगारी देवी को ब्लैक फंगस म्यूकोरमाइकोसीस की घातक बीमारी हो गई थी। उनके पुत्र ने उनको रींगस, श्रीमाधोपुर, सीकर और जयपुर के निजी व सरकारी अस्पतालों में उपचार करवाया। जयपुर के प्राइवेट अस्पताल में आपातकालीन स्थिति में भर्ती करवाया गया। उस समय सिणगारी देवी की स्थिति बहुत चिंताजनक थी। चिकित्सकों से उनका उपचार शुरू किया और उनका दो बार आॅपरेशन किए। इस दौरान कोरोना के कारण इम्फोनेक्स इंजेक्शन की किल्लत हो गई।
इस पर उनके बेटे रामसिंह घौंसलिया ने खण्डेला के उपखण्ड अधिकारी के माध्यम से जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर इन्जेक्शन उपलब्ध करवाने की मांग की। इस पर सिणगारी देवी को जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां के चिकित्सकों ने सिणगारी देवी के इलाज के लिए चिकित्सकों का एक बोर्ड का गठन किया और उसके उपचार में जुट गए। इसके बाद जयपुर के प्राइवेट अस्पताल में 12 जून 2021 को सिणगारी देवी का आॅपरेशन कर उनकी एक आंख निकाल दी गई। इस अस्पताल में सिणगारी देवी का मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उपचार हुआ। उनके इलाज पर खर्च हुए लगभग 15 लाख 50 हजार रूपए सरकार ने वहन किए। इस घातक बीमारी पर निजी स्कूल के संचालक बेटे ने काफी रूपए खर्च किए। इससे वह आर्थिक रूप से कमजोर हो गया। इस बीच सरकार की इस योजना से उनसे काफी सम्बल मिला और सिणगारी देवी का नया जीवनदान मिला।
सिणगारी देवी व उनके रामसिंह घौंसलिया ने राज्य सरकार की इस योजना को गरीब निर्धन और सभी वर्ग के लोगों के लिए काफी फायदेमंद बताते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया है कि उन्होंने ऐसी योजना शुरू की कि आमजन इलाज को लेकर अब बेफ्रिक होकर निजी अस्पताल में उपचार करवा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ निर्मल सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सीकर जिले में 1 मई 2021 से लेकर अब तक 1 लाख 36 हजार 509 रोगियों को लाभान्वित किया जा चुका है। वहीं 2 लाख 40 हजार 389 पैकेज बुक हुए हैं। 111.70 करोड़ रूपए का क्लेम बुक हो चुका है और इसमें से 103.64 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।