आचार्य महाश्रमण से डॉ भागवत ने की मुलाकात
40 मिनट तक एकांत में की आचार्यश्री से वार्ता
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] सर संघचालक मोहन भागवत रविवार को लगभग दो घंटे क्षेत्र के प्रवास पर रहे। उन्होंने गोल्छा ज्ञान मंदिर में आयोजित आचार्य महाश्रमण के कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मंच को साझा किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वे संत महात्माओं के बीच जाते रहते हैं, ताकि वे चार्ज होते रहे। वे उनसे बातें ग्रहण करके अपने कार्यकर्ताओं के बीच भी उक्त संदेश को भेजते हैं, ताकि आरएसएस के कार्यकर्ता भी लाभांवित हो सके। भागवत ने कहा कि आत्मीयता में अपनापन होता है, इसमें दुर्भावना नहीं होती। हमारा सबके प्रति सदभावना रहे। यह प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने आचार्य महाश्रमण के संबोधन से उपस्थित लोगों को प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इस मौके पर डॉ सरिता शर्मा के निर्देशन में डॉ रश्मी बैद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ केशवराम हैडेगवार पर अपनी शोध पुस्तक को भी आचार्य के चरणों में भेंट करते हुए डॉ भागवत के सुपुर्द की। उदबोधन के बाद सर संघचालक मोहन भागवत ने आचार्य महाश्रमण से लगभग 40 मिनट विभिन्न मुद्दों पर एकांत में वार्तालाप किया तथा वहां से भागवत अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर विधायक अभिनेष महर्षि, पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवां, कांग्रेस जिलाध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, कांग्रेस नेता इंद्रराज खीचड़, पीसीसी सदस्य रमेशचंद्र इंदौरिया, कल्याणसिंह शेखावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष संतोष इंदौरिया व शिवभगवान कम्मा, वैद्य बालकृष्ण गोस्वामी, तेजपाल गुर्जर, एडवोकेट बजरंग गुर्जर, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अरविंद इंदौरिया, रामनारायण व्यास सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।