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विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष : पति की स्मृतियों में अबतक लाखों पेड़ लगाए व वितरित किये

दुर्गा मनसुख मनु रणवा ने

दांतारामगढ़, [लिखा सिंह सैनी ] विश्व पर्यावरण दिवस पर  शेखावाटी अंचल की  दुर्गा मनसुख मनु रणवा ने  वृक्षारोपण करते हुए बताया की  पर्यावरण से बड़े स्तर पर  हम सन् 2012 से जुड़े और अब तक कई हजार लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया और उनको पेड़ लगाने व संरक्षण करने के लिए जागरूक कर पर्यावरण से जोड़ा पति की समृतियों में अबतक एक लाख से ज्यादा पेड़ लगा दिए व वितरण कर दिये व 70 हजार के लगभग गमले के पौधे व छायादार फलदार और फुलवारी के पौधे लगा दिये। पर्यावरण को बचाने के लिए सबसे पहले स्वयं पेड़ पौधे लगाने का काम करते हैं और फिर दूसरे लोगों को हर हाथ से लगे पौधा मुहिम के माध्यम से पहले पौधा उन्हें उपहार के रूप में देते हैं और फिर पौधे लगाने और उसका संरक्षण करने के लिए प्रेरित करते है। कोई भी त्यौहार हो या भी उत्सव हो कोई भी खुशी का दिन हो उस दिन को यादगार बनाने के लिए उस दिन पौधे लगाने के लिए जागरूक करते हैं इसलिए इस मुहिम से बहुत से लोग जुड़े हैं और खास मौकों पर पेड़ पौधे लगाने लगे है ।पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारा परिवार पूरी तरह से समर्पित हो गया पर्यावरण के प्रति पहले भी परिवार की सकारात्मक सोच थी मगर 2011 में मेरे  पति मनसुख रणवा मनु  (शिक्षक) का सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया उसके बाद हम एक गहरे सदमे में चले गए  मेरी बेटी अभिलाषा को इस सदमे से बाहर निकालने के लिए पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए एक मुहिम चलाई और जब हम प्रकृति से जुड़े तो हमारी सोच सकारात्मक हुई और हम उस दुखद घड़ी से बाहर निकले और फिर हम पर्यावरण संरक्षण करने भी लगे स्वयं भी और दूसरों को भी पर्यावरण के प्रति जागरूक करने लगे जो आज हमें सुखद अनुभव हो रहा है। मेरे पति की स्मृतियों को हमेशा के लिए जीवंत व चिरस्थायी रखने के लिए सीकर जिले में हमने लगभग 5 दर्जन गार्डन तैयार किए जिनमें प्रत्येक गार्डन में एक से पांच हजार  तक पौधे लगाए हैं। आज हमें बहुत खुशी होती है कि हम अपने द्वारा तैयार किए गए गार्डन में जाते हैं तो बहुत खुश होते हैं पति की स्मृतियां जीवंत है।  15 अक्टूबर 2020 से हमने एक नई मुहिम शुरू की हैं। मेरे पति साहित्यकार मनसुख रणवा जो पेशे से सरकारी अध्यापक थे उनकी स्मृति में जो सरकारी स्कूलें है उनमें शिक्षक वाटिका तैयार की हैं। वैसे शिक्षकों के सम्मान में सीकर जिले में हमने करीब  300 सरकारी विद्यालयों में 300 शिक्षक वाटिका तैयार कर दी हैं। रणवा को  वन विभाग द्वारा  पर्यावरण प्रहरी पुरस्कार  सहित अनेक पुरस्कारों से अबतक सम्मानित किया जा चुका है । रणवां ने विश्व पर्यावरण दिवस पर यह संदेश देते हुए बताया की हमारी धरती को बचाना है पर्यावरण को शुभ रखना है तो हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाने चाहिए दूसरे लोगों को भी पेड़ पौधे लगाने के प्रति जागरूक करना चाहिए यदि हम आने वाली पीढ़ी को विरासत में कुछ देना चाहे तो हमें शुद्ध वातावरण देना चाहिए पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण को शुद्ध बनाएं और आने वाली पीढ़ी को एक शुद्ध और स्वच्छ वातावरण विरासत के रूप में मिले  यही एक सच्चा उपहार होगा।

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