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विभिन्न प्रान्तों की संस्कृति की झलक दिख रही है खाटूनगरी में

हर तरफ श्याम का ही जलवा

सीकर, बाबा श्याम के जयकारे.. उडता गुलाल…. बजते चंग…लहराते निशान…. और सेवा में लगे श्याम भक्त…। बाबा श्याम के मेलें में इन दिनों कुछ ऎसा ही माहौल बना हुआ है। पूरी नगरी श्याम भक्तों से सराबोर है। पांच दिन से चल रहे श्याम मेलें में लाखों श्याम भक्त बाबा के दरबार मे पहुंचकर दर्शन करने में लगे है। श्रद्धालु ढोल, चंग, भजनों पर नाचते गाते खाटूधाम पहुंच रहे है। देशभर के हर राज्य से आ रहे श्याम भक्तों से देशभर की संस्कृति की झलक खाटूश्यामजी में देखने को मिली रही है। जिसमे विभिन्न राज्यों के परिधान, भोजन, रहन-सहन से भारतीय संस्कृति का समावेश नजर आ रहा है। वहीं मेले के दौरान इस बार एक ही दर्शन मार्ग रखा गया है। जिसमें श्याम भक्त रींगस रोड से पूराने पांवर हाउस होते हुए लखदातार मैदान से मेला मैदान से होते हुए मंदिर दर्शन कर रहे है। हालांकि आज सोमवार को र्वाषिक लक्खी मेले में श्याम भक्तों का रस कम ही रहा और इसके बाबजूद भी श्याम भक्तों को दर्शन के लिए लम्बी दूरी तय करनी पड रही थी।
श्याम कुंड मे लगा रहे है श्रद्धा की डूबकी ः श्याम बाबा के मनभावन लक्खी फाल्गुन मेलें मे श्याम भक्त श्याम कुंड स्नान करके जीवन सफल बना रहे है। श्याम दीवानें श्याम बाबा के जयकारें लगाते हुए श्रद्धा की डूबकी लगा रहे है और जो श्याम भक्त कुंड मे नहीं नहा रहे है वो श्याम कुंड के पवित्र जल के छींटे लगाकर धन्य हो रहे है। वहीं श्याम कुंड स्थित प्राचीन गायत्री माता मंदिर,हनुमान जी मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर,पीपल श्याम मंदिर के दर्शन करके खुशहाली की कामना कर रहे है।
पग-पग पर लगे भंडारों मे हो रही है श्याम भक्तों की मनुहार ः बाबा श्याम के लक्खी फाल्गुन मेले मे इस समय सम्र्पूण वातावरण श्याममय बना हुआ है। 27 फरवरी से शुरू हुए दस दिवसीय लक्खी मेला सात मार्च तक चलेगा। बाबा श्याम का मुख्य मेला छः मार्च एकादशी को आयोजित होगा। बाबा श्याम के लक्खी मेले में आने भक्तों के लिए आने वाले प्रत्येक मार्गों पर भण्डारें लगे हुए है। जिसमे आने वाले श्याम भक्तों की मुनहार हो रही है । रींगस से खाटूधाम तक पग पग पर लगे भण्डारों मे श्याम भक्तों की सेवा करते स्वयंसेवक, भक्ति के सराबोर मे डूबे श्याम भक्त और मन में श्याम दर्शन करने की भक्ति,इस देखकर लगता है कि खाटूश्यामजी मे सेवा,भक्ति, आस्था का त्रिवेणी संगम देखने को मिल रहा है। बाबा श्याम के लक्खी मेले में भण्डारों मे अल्पहार, भोजन, थकान मिटाने के लिए एक्यूप्रेशर मशीनें सहित विभिन्न उपकरण तथा आराम करने के लिए आवासीय व्यवस्था देखने को मिल रही है।इतना ही नहीं बाबा श्याम के मेले में देश के कोने कोने से आने वाले भक्तों की मनुहार करते नजर आ रहे है।इतना ही भण्डारों मे बच्चे, युवा, महिलाएं इत्यादि सभी पदयात्रियों, निशान यात्रियों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड रहे है। इतना ही भण्डारों मे अलग-अलग प्रांतों के भांति-भांति के व्यंजन भी लोगों का मन मोह रहे है तथा विभिन्न प्रकार के व्यंजन के लोग लुप्त उठा रहे है।

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