प्रभारी मंत्री ने लम्पी डीजीज को लेकर ली बैठक
पशुओं में लम्पी रोग की रोकथाम व दवाईयों के लिए लक्ष्मणगढ़ विधायक डोटासरा ने आवश्यकतानुसार दवाईयां खरीदने की अनुशंसा की
सीकर, उद्योग, वाणिज्य,राज्य उपक्रम एवं देवस्थान मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री शकुन्तला रावत शुक्रवार को सीकर जिले के दौरे पर रहीं। इस दौरान जिला कलेक्ट्रेट सभागार में उन्होंने पशुओं में चल रहे लम्पी रोग की रोकथाम के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि कृषि व पशुपालन विभाग के अधिकारी लम्पी रोग को गंभीरता से लेते हुए जहां तक संभव हो सके पशुधन को बचानें का प्रयास करें। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों से जिले के पशुधन की प्रगति की समीक्षा कर उन्हें मिशन मोड़ पर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में लम्पी रोग के संक्रमण की स्थिति, रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों, दवाओं की उपलब्धता और चिकित्सा कर्मियों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को संक्रमण की जानकारी मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर इलाज करें और पशुपालकों को बचाव के उपायों के लिए जागरूक करने के निर्देश दिये।
उद्योग, वाणिज्य,राज्य उपक्रम एवं देवस्थान मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री शकुन्तला रावत ने बताया कि लम्पी डीजीज पशुओं में जो लगते हुए पडौसी देश है वहां से आई है, इस बीमारी से पशुओं में गांठे-गांठे जैसी होती है जिसके कारण पशुओं की मृत्यु हो जाती है। इससे किसानों को बहुत बड़ी हानि उठानी पड़ती है क्योंकि लाखों रूपये की गाय और भैंस होती है किसान की तो रोजी रोठी पशुधन ही होती है जिससे वह उनका दूध बेचकर अपना जीवन व्यापन करता है। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार के मंत्री लालचंद कटारिया एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके संबंध में बैठक भी ली है इसके साथ ही पशुपालन विभाग पूरी तरह से सतर्क है। पशुपालन मंत्री ने भी सभी जगह जाकर मॉनिटरिंग की है की कहां -कहां दवाईयां नहीं है और राजस्थान सरकार की तरफ से दवाईयों की कोई कमी नहीं आने दी जायेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पहले से ही पशुओं के लिए निःशुल्क दवा योजना चालू कर रखी हे। निःशुल्क दवा किसान के घर, गौशालाओं तक पहुंचे तथा राजस्थान में कही पर भी पशु हानि नहीं हो इसके लिए सरकार प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग के डॉक्टर सभी जगह जाकर निरीक्षण करें कि कहां-कहां पर कौन-कौन से गाँव में किस-किस को परेशानी है वहां पर निःशुल्क दवा पहुंचनी चाहिए इसके लिए पटवारी, ग्रामसेवक, एसडीएम और सभी पशु चिकित्सक, एलएसए सभी को ड्यूटी के लिए पांबद कर दिया गया है। प्रभारी मंत्री ने संयुक्त निदेशक पशुपालन को निर्देशित किया कि जिले की सम्पूर्ण रिपोर्ट सोमवार तक भिजवायें।
बैठक में पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री एवं लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा ने निर्देश दिये है कि सभी एसडीएम, तहसीलदार अपने-अपने क्षेत्रों में गौशालाओं का नियमित निरीक्षण करें। डोटासरा ने कहा कि एसडीएम, तहसीलदार, एलएसए, बीडीओं का क्षेत्र बांट कर पूरे क्षेत्र में रिपोर्ट ली जाए। जिले में 108, 104, एम्बुलेंस वैन को सेवा में रखें तथा वाहन चालक की कोई कमी नहीं रहे तथा ग्राम पंचायत से एम्बूलेंस की वेरिफिकेशन करवायें। उन्होंने निर्देशित किया की पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध होनी चाहिए, विधायक के पास दवाईयों के बजट के लिए मांग करें कोई भी एमएलए मना नहीं करेंगे। इस अवसर पर उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों से कहा कि आपके विभाग ने बजट के लिए विधायकों से सम्पर्क क्यों नहीं किया, दवाओं के अभाव में कोई पशु मरना नहीं चाहिए।
जिला कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम अपने क्षेत्र में पर्याप्त दवाओं की उपलब्धता की जानकारी लेवें। उन्होंने कहा कि नीमकाथाना, पाटन, अजीतगढ़ सीमावर्ती क्षेत्रों में एसडीएम लम्पी डीजीज की रोक थाम के सम्बध में सतर्क रहें। चिकित्सा विभाग मच्छर , मक्खी को नष्ट करने के लिए साफ-सफाई करवाने के साथ ही एंटी लार्वा गतिविधि करने, गंदे पानी में एमओएल, क्रूड ऑयल डालने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिये कि सभी एसडीएम कोरोना में जैसे काम किया वैसे ही कार्य करें। जिला कलेक्टर ने निर्देश दिये की ग्रामसेवक , पटवारी, सरपंच से गांवों से लम्पी की वस्तु स्थिति की रिपोर्ट मंगवाई जाए। जिला कलेक्टर ने बताया कि फतेहपुर विधायक हाकम अली, लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा सहित पशुओं की दवाओं के लिए अब तक 5 विधायकों द्वारा राशि दी जा चुकी है। बैठक में फतेहपुर विधायक हाकम अली, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर रतन कुमार, बीससुत्री कार्यक्रम उपाध्यक्ष सुनिता गठाला, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ. सुमित्रा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निर्मल सिंह, जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक धमेन्द्र शर्मा, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओ.पी राहड़ सहित जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।