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पिता नरेगा मजदूर बेच चुका सारी सम्पति
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झुंझुनू , तीन बहनों का इकलौता भाई लड़ रहा है मौत से जंग और पिता नरेगा मजदूर बेच चुका है अपनी सारी संपत्ति नहीं दिख रही है इलाज के लिए कोई मदद, जी हां हम बात कर रहे हैं सतीश सैनी पुत्र रामधन सैनी गांव बुडानिया तहसील चिङावा जिला झुंझुनू की सतीश कि पिछले साल दोनों किडनी फेल हो गई थी। जिसके लिए प्रति सप्ताह उसको डायलिसिस करवाना पड़ रहा है दवाओं और डायलिसिस का खर्चा हर सप्ताह 5000 रूपये के करीब हो रहा है। इसके पिता एक नरेगा मजदूर हैं घर में इनकम का कोई और साधन नहीं है परिवार पहले काफी उधार लेकर अस्पतालों में इलाज करवा चुका है इलाज में घर की अचल संपत्ति भी इस के परिजन भेज चुके हैं दिल्ली के एक अस्पताल में किडनी ट्रीटमेंट के लिए छह से सात लाख का खर्च बताया है जो वर्तमान में इस परिवार के बस की बात नहीं है ऐसे समय में निर्बल और निर्धन परिवार की उम्मीद सरकार और भामाशाह पर आकर टिक गई हैं। अब देखने वाली बात है की तीन बहने रक्षाबंधन के ऊपर जिस भाई की कलाई पर राखी बांधी है क्या भामाशाह और सरकार की सहयोग से उसको कोई मदद मिल सकेगी।