भंडारे में कहीं खाना खिला रहे हैं तो कहीं गन्ने का जूस पिला रहे हैं
उदयपुरवाटी. मालकेतु बाबा की 24 कोसी परिक्रमा के रास्ते में स्वयं सेवी संस्थाओं के द्वारा जगह-जगह निःशुल्क चाय-पानी, शिकंजी, भंडारे, चिकित्सा व्यवस्था, गन्ने का जूस, सादा पानी आदि की व्यवस्था की गई है। शिव गोरा शक्ति मंदिर के पास दादू समाज का भंडारा शुरू कर दिया गया। साथ ही लोहार्गल में ज्ञानव्यापी के पास नाथ सेवा मंडल रतनगढ़, चिराना में पितृ सेवा समिति, बजरंग दाल सेवा समिति, सैनी समाज सेवा समिति उदयपुरवाटी, श्री बाबा बरखंडी सेवा समिति, विशाल लखदातार सहित भंडारे श्रद्धालुओं की मान मनुहार करने में जुटे हुए हैं। परिक्रमा रास्ते में जगह-जगह श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा श्रद्धालुओं की सेवा के लिए शिविर लगाए गए हैं। आपकी जानकारी के लिए सबसे बड़ी बात यह है कि संपूर्ण परिक्रमा रास्तों को सही करवा दिया गया है। लेकिन नवगठित नीमकाथाना जिले में आने वाले 8 किलोमीटर का परिक्रमा रास्ता काफी जर्जर है। झुंझुनू-सीकर जिले में आने वाले परिक्रमा रास्ते में परिक्रमतियों के लिए हर सुविधाओं का इंतजाम किया जा रहा है। लेकिन नांगल ग्राम पंचायत के कोट गांव में आने वाला परिक्रमा रास्ते काफी लचर है। साथ ही उदयपुरवाटी से जो शाकंभरी मार्ग है उसमें जगह-जगह बड़े गड्ढे बने हुए हैं। इसी रास्ते से 5 दिन पहले नवगठित नीमकाथाना जिले की जिला कलेक्टर एवं एएसपी का भी दौरा हुआ था। लेकिन इसके बावजूद भी अब तक इस रास्ते पर बने गड्डों को सही नहीं किया गया है। जिससे परिक्रमा में आने वाले श्रद्धालुओं को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि इस रोड़ से दिनभर वाहनों का आवागमन रहता है, जिससे सड़क से गुजरने वाले परिक्रमार्थियों पर धूल गिरती रहती है।