जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन
चूरू, [दीपक सैनी] जिला मुख्यालय पर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिलाध्यक्ष रिछपाल सिंह चारण के नेतृत्व में वेतन कटौती के विरोध में जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि गत वर्षो से राज्य सरकार द्वारा कर्मचारीयों को मिल रही सुविधाओ पर कुठाराघात करते हुए एकतरफा निर्णय लेकर बड़े स्तर पर आर्थिक नुकसान पहुचाया जा रहा है। कर्मचारीयों के विरूद्ध किये जा रहे निर्णय यथा नवीन पेंशन योजना, 9,18,27 वर्ष पर मिलने वाला चयनित वेतनमान, नवीन भर्ती सेवानियम एवं वित विभाग की अधिसूचना दिनांक 30.10.2016 के अन्तर्गत की जा रही वेतन कटौती आदि निर्णय कर्मचारी विरोधी है। राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की सहायता राज्य कर्मचारीयों की सहमति के बगैर ही क्रमशः 2, 3 एवं 5 दिवस का वेतन काट लिया गया एवं माह मार्च 2020 का 16 दिवस का वेतन स्थगित कर दिया गया जिसके पुनर्भुगतान के लिये सरकार के ओर से कोई आश्वासन नही दिया गया। राज्य सरकार के द्वारा जनवरी 2020 व जुलाई 2020 का अपेक्षित महंगाई भत्ता भी हजम कर लिया गया। राज्य सरकार के द्वारा दिनाक 08.09.2020 के आदेशानुसार अखिल भारतीय सेवा, केन्द्र सेवा व राज्य सेवा के समस्त अधिकारियों का 2 दिवस, एंव राज्य के अन्य समस्त अधिकारी एवं कार्मिकों का कोविड-19 के नाम पर प्रतिमाह एक दिवस की वेतन कटौती के आदेश जारी किये है जिसके विरोध मे जिला मुख्यालय पर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एवं इससे सम्बद्धता प्राप्त घटक संगठन के कर्मचारियों ने देशों की होली जलाकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन देने वालों में महासंघ के जिला महामंत्री फूलेसिंह बुरडक, भंवरलाल कंस्वा, मातृसिंह राठौड, बाबूखॉ, कमल वर्मा, बाबूलाल, प्रमोद कुमार शर्मा, राजकुमार,लीलाधर निवास माली, पीरू सिंह राठौड़, जगदीश प्रसाद पूनिया, विनोद सैनी, बुद्धराज भार्गव, राजेश कुमार, कमल भाटी, नक्षत्रसिंह रणवा सहित अनेको कर्मचारी एवं पदाधिकारी मौजूद थे।