जेजेटी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन में खूब लगे ठहाके
झुंझुनू, जिला प्रशासन द्वारा आयोजित हस्तशिल्प एवं पर्यटन मेले के समापन की पूर्व संध्या पर श्री जगदीश प्रसाद झाबरमल टीबड़ेवाला विश्वविद्यालय के सौजन्य से आयोजित कवि सम्मेलन का प्रसिद्ध कवि हरीश हिंदुस्तानी के द्वारा संचालन किया गया। इस कवि सम्मेलन में एक से बढ़कर एक कवि अपनी रचनाओं से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ टोंक जिले से आई कवियत्री ममता मंजुला की सरस्वती वंदना से हुआ मंजुला ने “खतों वाले जमाने लौट कर अब क्यों नहीं आते वह पैगाम में मोहब्बत कबूतर क्यों नहीं लाते”हास्य कवि नगेंद्र कुंज ने मारवाड़ी पुराने सामाजिक गीतों से हास्य रस बरसाया तथा फूफा की विवाह में भूमिका पर श्रोताओं को खूब हंसाया इटावा से आए कई देवेंद्र प्रताप आज ने ओजस्वी देश भक्ति प्रस्तुति देते हुए शीश से विभिन्न शरीर लड़ते रहे महासमर में एक सिंह भवानी की कोई दूसरा प्रसंग नहीं जगत में कविता से श्रोताओं पर अनूठी छाप छोड़ी एक और हास्य कवि लोकेश महाकाली की कविता ने पति-पत्नी के व्यजनात्मक प्रहार से सभी का मन मोह लिया वही मंच संचालन कर रहे हास्य कवि हरिश हिंदुस्तानी ने श्रोताओं को एक से बढ़कर एक चुटकुले सुनाकर भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अजय आर्य अतिरिक्त जिला कलेक्टर थे विशिष्ट अतिथि उमेश जलन संयुक्त निर्देशक जीएसटी, मुकेश कुमार आयुक्त नगर परिषद, संजय महला ,पवन पूनिया महिला अधिकारिता विभाग, आनंद टीब़डा अध्यक्ष गला व्यापार संघ,सत्यदेव दडिया अध्यक्ष महावीर इंटरनेशनल ,विजय गोपाल मोटसरा महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान, नेमी अग्रवाल सचिव श्री गोपाल गौशाला सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे सभी अतिथियों का जेजेटी यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. रामनिवास सोनी तथा जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक अभिषेक चौपदार ने दुपट्टा एवं स्मृति चिन्ह से स्वागत किया कार्यक्रम का संचालन कवि नेशनल यूथ अवॉर्डी वकील विजय हिन्द जालिमपुरा ने किया।