चुरूताजा खबर

साफ-सुथरा और बेहतरीन हो अस्पताल का वातावरण – सत्यानी

जिला कलक्टर ने सत्यानी ने किया भरतिया अस्पताल का निरीक्षण,

कहा- उपलब्ध संसाधनों का हो बेहतर उपयोग, अभियान चलाकर दो-तीन दिन में सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के दिए निर्देश

चूरू, [सुभाष प्रजापत ] जिला कलेक्टर पुष्पा सत्यानी ने गुरुवार को मेडिकल काॅलेज से संबंद्ध राजकीय डीबी जनरल हाॅस्पिटल का आकस्मिक निरीक्षण कर वहां मिली खामियों को दुरुस्त करने के लिए मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डाॅ शशिकांत अग्रवाल एवं अस्पताल अधीक्षक डाॅ हनुमान जयपाल को निर्देश दिए। इस दौरान उपखंड अधिकारी अनिल कुमार भी उनके साथ मौजूद रहे।गुरुवार सवेरे ठीक 9 बजे अस्पताल पहुंचीं जिला कलक्टर करीब डेढ घंटे अस्पताल में रहीं और विभिन्न वार्डों एवं ओपीडी में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम संभव उपयोग होना चाहिए ताकि सरकार की मंशा के मुताबिक रोगियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं का अधिक से अधिक लाभ मुहैया हो। इस दौरान जिला कलक्टर सत्यानी ने अस्पताल में साफ-सफाई की व्यवस्था पर असंतोष जाहिर करते हुए प्रिंसिपल एवं अस्पताल अधीक्षक से कहा कि आगामी दो-तीन दिन में अभियान चलाकर अस्पताल को एकदम साफ-सुथरा करवाएं। सभी वार्ड एवं ओपीडी में संबंधित चिकित्सकों एवं कार्मिकों को जिम्मेदारी दें। हर कक्ष, हर शौचालय साफ-सुथरा होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सभी कार्मिक परिसर में एक-एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी लें। आगामी दिनों में अस्पताल की तस्वीर बदली हुई नजर आनी चाहिए और सफाई अभियान का असर दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई, पौधों, बेहतर पर्दे आदि से वातावरण बेहतरीन नजर आना चाहिए।

इस दौरान उन्होंने आपातकालीन सेवाओं, आर्थोपेडिक वार्ड, एमसीएच, मेल मेडिकल वार्ड, कैंसर वार्ड, दवा वितरण केंद्र, रिहेबिलिटेशन सेंटर, ओपीडी सेवाओं, सर्जरी यूनिट का निरीक्षण किया तथा अस्पताल में भर्ती रोगियों से बातचीत कर अस्पताल की सेवाओं को लेकर फीडबैक लिया। उन्होंने आर्थोपेडिक वार्ड में डाॅक्टर की गैर मौजूदगी पर नाराजगी जाहिर की और कहा कि व्यवस्थाओं में काफी बेहतरी की जरूरत है। उन्होंने प्रिंसिपल एवं अस्पताल अधीक्षक से कहा कि अस्पताल की जरूरतों के हिसाब से यहां के चिकित्सकों एवं स्टाफ का एक विश्लेषण तैयार करें जिसे अतिरिक्त स्टाफ को जरूरत के हिसाब से दूसरे स्थानों पर लगाया जा सके। रिहिबिलिटेशन सेंटर में जिला कलक्टर ने उपलब्ध मशीनों को चलवाकर देखा। उन्होंने अस्पताल के कचरे के निस्तारण के संबंध में निर्देश दिए तथा बंद पड़ी कैंटीन, सीसीटीवी, रोगियों एवं स्टाफ के लिए पेयजल व्यवस्था, एंबुलैंस उपलब्धता एवं संचालन आदि के बारे में पूछताछ कर निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि अस्पताल की व्यवस्थाएं एकदम चाक-चौबंद तथा दुरुस्त होनी चाहिए। इस दौरान सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, डाॅ सीताराम, डाॅ वीरेंद्र सिंह, शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ अभिमन्यु तिवाडी, डाॅ गुलशन बानो सहित चिकित्सक एवं चिकित्साकर्मी मौजूद रहे।

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