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बबाई डेयरी संयंत्र में दूध की पर्याप्त आवक होने पर प्रोसेसिंग यूनिट शुरू की जाएगी

जयपुर / नीमकाथाना, पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने गुरूवार को विधानसभा में कहा कि खेतड़ी विधानसभा क्षेत्र के बबाई डेयरी संयंत्र में दूध की पर्याप्त आवक होने पर प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने जानकारी दी कि इस डेयरी प्लांट की प्रतिदिन दुग्ध संकलन क्षमता 25 हजार लीटर है, जबकि प्रतिदिन औसतन 5 हजार 133 लीटर दूध ही संकलित होता है। पशुपालन मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024-25 के बजट में 1500 नई ग्राम दुग्ध सहकारी समितियां खोलने की घोषणा की गई है। उन्होंने आश्वस्त किया कि बबाई डेयरी प्लांट से जुड़ी 16 ग्राम पंचायतों में नई दुग्ध समितियां खोलने की कार्यवाही की जा रही है।

उन्होंने बताया कि बबाई डेयरी संयंत्र सीकर एवं झुंझुनूं जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना, सीकर के अधीनस्थ है, जिसमें 21 जनवरी, 2022 से दूध संकलन प्रारम्भ किया गया था। यह संयंत्र विधानसभा क्षेत्र खेतड़ी एवं नीमकाथाना क्षेत्र के दूध उत्पादकों के हितों को ध्यान में रखते हुए देवनारायण परियोजना के तहत स्थापित किया गया था। कुमावत ने जानकारी दी कि बबाई डेयरी संयंत्र में 34 समितियां एवं 03 संकलन केन्द्र हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि दूध समितियां कम होने से दूध संकलन कम हुआ है, जो दूध आ रहा है उससे प्लांट नहीं चल पा रहा है। प्लांट को चलाने के लिए समुचित दूध की प्रतिदिन आवश्यकता रहती है। इसके लिए शीघ्र नई दुग्ध समितियां खोलने के प्रयास किये जायेंगे।

इससे पहले विधायक धर्मपाल के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में पशुपालन मंत्री ने बताया कि विधानसभा क्षेत्र, खेतड़ी के ग्राम बबाई में सरस डेयरी प्लांट स्थापित है। इस प्लांट में वर्ष 2023-24 में औसतन 5133 लीटर दुग्ध प्रतिदिन संकलित किया गया। उन्होंने माहवार विवरण सदन के पटल पर रखा।
पशुपालन मंत्री ने कहा कि इस डेयरी प्लांट में दुग्ध संकलन की क्षमता के अनुरूप दुग्ध संकलन के लिए नहीं आता है, क्योकि बबाई नीम का थाना क्षेत्र में जो बीएमसी स्थापित है, उन बीएमसी समितियों पर संकलित लगभग 8 हजार लीटर दुग्ध, सरस डेयरी प्लांट पलसाना में सीधा संकलन हो रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 34 समितियां एवं 03 संकलन केन्द्र क्रियाशील है एवं वंचित क्षेत्र में संकलन केन्द्र शीघ्र स्थापित किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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