झुंझुंनू, अखिल भारतीय किसान महासभा का खेत, खेती, किसान बचाओ एम एस पी गारंटी पाओ यमुना नहर लाओ काटली बचाओ संकल्प सभा व किसान रैली की तैयारी में अखिल भारतीय किसान महासभा का प्रचार अभियान जिले भर में चरम पर पहुंच चुका है । तीन दिन के प्रचार में ग्राम इंडाली, भङौंदा कलां,सोलाना, भुकाना, ठिंचौली, आर्यनगर, मानोता जाटान, चिङासन, लोयल, चारावास, चरणसिंहनगर, किठाना, जोङिया, खुडोत, सिलारपुरी, रायपुर जाटान, गोठ, बसावता कलां, जयमल का बास,पुहानिया, सांवलोद, सागा, कलाखरी, लांबी जाट, कलाखरी, मानपुरा, बुहाना, कलवा, इस्माईलपुर, झारोङा, मनोहरपुरा, बलौदा, ठोठी, गादली, बङबर, घरङाना कलां, घरङाना खुर्द,सुलताना, मालुपुरा, सारी, केहरपुरा खुर्द, भामरवासी, इस्माईलपुर,देवरोङ आदि ग्रामों में नुक्कङ सभाओं के माध्यम से जनजागरण किया गया । जनजागरण यात्रा में अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड फूलचंद ढेवा, राष्ट्रीय सचिव कामरेड रामचंद्र कुलहरि, जिलाध्यक्ष कामरेड ओमप्रकाश झारोङा, राजस्थान निर्माण मजदूर संगठन के जिला महामंत्री कामरेड मनफूल सिंह, कामरेड शीशराम ईस्लामपुर, मानसिंह खेमू की ढाणी ने प्रचार अभियान में भाग लेकर 27 सितंबर की संकल्प सभा व किसान रैली में भाग लेने की अपील की । हाशमी नगर बाकरा रोङ रेल्वे फाटक के पास आयोजित होने वाली संकल्प सभा के दौरान किसान मजदूर भवन का शिलान्यास प्रसिद्ध गणितज्ञ डाक्टर घासीराम के द्वारा किया जावेगा । संकल्प सभा के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय महासचिव सांसद कामरेड राजाराम सिंह, विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय संगठन सचिव कामरेड सुदामाप्रसाद संबोधित करेंगे ।किसान रैली की मुख्य मांगे ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के साथ हुए समझौते को लागू करने, एम एस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश अनुसार सी 2 + 50 प्रतिशत मुनाफे के साथ एम एस पी तय करने, एम एस पी को कानूनी गारंटी देने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कंपनियों के हित की बजाय किसान हित में नीतियां बनाने, क्रोप कटिंग को संबंधित खेत के कृषक के व किसान संगठनों के प्रतिनिधि के सामने पारदर्शी तरीके से करने, शीत प्रकोप व ओलावृष्टि से नष्ट हुई रबी 2022-23 की के मुआवजे से वंचित किसानों को तुरंत मुआवजा देने, अग्निवीर योजना खत्म करने, सेनाओं में पहले की तरह भर्तियां करने, गिरते भूजल को देखते हुए सन् 1994 के समझौते के मुताबिक यमुना नहर का पानी लाने, तमाम बाधाओं को दूर कर झुंझुंनू जिले की जीवन रेखा काटली नदी को पुनर्जीवित करने, चनाना में उप तहसील स्वीकृत करने, विद्युत करों या अन्य नाम पर बिजली दरों में की गई बढोतरी वापिस लेने,झुंझुंनू जिले में सरकारी दुग्ध डेयरी खोलने, दुग्ध उत्पादन के लिए गाय खरीदने हेतु सहकारी बैंकों द्वारा ब्याज मुक्त एक लाख रुपए का कर्ज बिना शर्त किसानों को उपलब्ध करवाने आदि मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर किसान रैली के माध्यम से ज्ञापन दिया जाएगा ।