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विद्युत, पेयजल की समस्याओं का हो त्वरित समाधान – प्रभारी मंत्री रावत

प्रभारी मंत्री ने जिला स्तरीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

सीकर, उद्योग एवं वाणिज्य, राजकीय उपक्रम एवं देवस्थान मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री शकुन्तला रावत ने कहा कि गर्मी के मौसम में पेयजल कि किसी भी प्रकार की समस्या आमजन को नहीं हो, जहां पर पेयजल की समस्या हो वहां पर नये ट्यूबेल खोदे जायें और वहां पर टैंकरों के माध्यम से पेयजल पहुंचाने की सुनिश्चितता की जाये। प्रभारी मंत्री रावत शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में विद्युत, पेयजल, सार्वजनिक निर्माण विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्रम, रसद सहित अन्य विभागीय योजनाओं समीक्षा बैठक में बोल रही थी। प्रभारी मंत्री रावत ने कहा कि क्षेत्र में पहले पेयजल का सोर्स का पता कर लेवें ओर इसके बाद पाईप लाईन बिछाने का कार्य करें। पेयजल पाईप लाईन डालते समय सड़क को नहीं तोड़ा जाये। उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने बजट में जो जन कल्याणकारी योजनाएं पेश की है उनका विभागीय अधिकारी सफल क्रियान्वयन कर आमजन को समुचित लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि जिले में जो विकास कार्य शेष है, उनके निस्तारण के लिए संबंधित अधिारियों को निर्देशित किया गया है। जिले में पेयजल के कनेक्शन, सड़के भी अधिकतर बन चुकी है।
प्रभारी मंत्री रावत ने विद्युत एवं पीएचईडी के अधिकारियों को निर्देश दिये कि पेयजल के मामलों में दोनों विभाग आपसी समन्वय करते हुए डिमाण्ड अथवा बिना डिमाण्ड नोटिस के भी पेयजल कनेक्शन जारी करे। उन्होंने कहा कि पेयजल की समस्याओं के लिए जिला एवं ब्लॉक स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जाये। उन्होंने जलग्रहण अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि वर्षा जल का संचय करने के लिए वाटर स्ट्रेक्चर, टांका निर्माण, सिवायचक भूमि पर अधिक से अधिक बनाया जावें। प्रभारी मंत्री रावत ने अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिये कि राजीव गांधी जल संचय योजना में कितना बजट भारत सरकार,राज्य सरकार से प्राप्त हुआ और इस राशि से कितने वाटर स्ट्रेक्चर बने इसकी पूरी जानकारी देवें, साथ ही टांका निर्माण कार्य में जन सहयोग भी प्राप्त किया जाये। सभी विभाग अपने—अपने कार्यों की पूर्व की स्थिति तथा कार्य पूर्ण होने के बाद की फोटों एलबम तैयार करें। श्रेष्ठ वाटर स्ट्रेक्चर की सफलता की कहानी मीड़िया में प्रकाशित करवाई जावें। प्रभारी मंत्री रावत ने अस्पतालों में मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा, जांच नि: शुल्क है। सभी ब्लॉक सीएमएचओं अस्पतालों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार कर लोगों का योजना में पंजीकरण करवायें। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का लाभ देने के लिए सीएचसी में ई-मित्र केन्द्र स्थापित हो ताकि पंजीकरण राशि अस्पताल के विकास में काम आ सके।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि नंदीशालाओं के लिए भूमि आंवटन का कोई प्रकरण शेष नहीं रहें और पशुओं के लिए चारा की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाये। प्रभारी मंत्री रावत ने श्रम विभाग को मुख्यमंत्री युवा सम्बल में कितने छात्र-छात्राओं को बेरोजगारी भत्ते से लाभान्वित किया इसके बोर्ड पंचायत समितिवार कार्यालयों के बाहर लगवाये जाये तथा रोजगार मेले प्रत्येक पंचायत समिति में आयोजित करें जिसकी स्थानीय जन प्रतिनिधियों को जानकारी की भी देवें। गांव के गरीब बच्चों, मजदूर वर्ग के बच्चों का योजना में पंजीयन करवायें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का प्रचार—प्रसार करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कृषि उपनिदेशक कृषि विज्ञान केन्द्र फतेहपुर में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, उद्यानिकी, कृषि संयत्रों पर मिलने वाली अनुदान की जानकारी देने के लिए बोर्ड लगाने के निर्देश दिये।। जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने प्रभारी मंत्री को जिला स्तर पर संचालित योजनाओं की जानकारी दी तथा बताया कि राज्य सरकार की मंशा के अनुसार जिले में आमजन की समस्याओं का समाधान करने के साथ ही जन कल्याणकारी योजनाएं समाज के अंतिम छोर तक के व्यक्ति तक पहुंचाई जा रही है। बैठक में सुनिता गठाला बीसूका उपाध्यक्ष, जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारासिंह मीणा,जिला रसद अधिकारी राजपाल यादव, सीकर उपखण्ड अधिकारी गरिमा लाटा, पीएचईडी अधीक्षण अभियन्ता चुन्नीलाल भास्कर, विद्युत नरेन्द्र गढ़वाल, एसई पीएचईडी सायर मल मीणा, सहायक श्रम आयुक्त राकेश खर्रा, सीपीओ नरेन्द्र भास्कर, परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी पिंकी गोडवाल, डीईओ लालचंद नहलिया, कृषि उपनिदेशक अजीत सिंह, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.सी.पी.ओला, डीपीएम प्रकाश गहलोत सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।

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