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शाकंभरी में मां ब्रह्माणी एवं रुद्राणी को हजारों श्रद्धालुओं ने तीन हजार फीट लंबी चुनरी की अर्पित

2 किलोमीटर लंबी चुनरी पैदल यात्रा में पहुंचे देश-विदेश से श्रद्धालु

चुनरी यात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर किया भव्य स्वागत

उदयपुरवाटी, कस्बे में शाकंभरी माता के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष में जमात स्थित गणपति मैरिज गार्डन से हजारों श्रद्धालु मां शाकंभरी की तीन हजार फीट लंबी दो चुनरी अपने दोनों हाथों में समाकर 11:15बजे शाकंभरी सकराय धाम के लिए पैदल रवाना हुए। शाकंभरी कुटुंब परिवार के सदस्य मूलचंद सैनी व विनय सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि अरावली की पहाड़ियों में स्थित माता शाकंभरी के प्राकट्य दिवस के उपलक्ष में कुटुंब परिवार के सौजन्य से यह दसवीं चुनरी यात्रा 11:15 बजे गणपति मैरिज गार्डन से शुरू हुई। रविवार को 600 चुनरियों की सिलाई करके दो रोल तैयार कर माता शाकंभरी के प्राकट्य दिवस पर पैदल चलकर हजारों श्रद्धालु मां ब्रह्माणी एवं रुद्राणी को अर्पित की गई। चुनरी यात्रा गणपति मैरिज गार्डन से जमात, चुंगी नंबर 3, नई सब्जी मंडी, घूम चक्कर, शाकंभरी गेट होते हुए सकराय धाम पहुंची। चुनरी यात्रा का जगह-जगह स्थानीय लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। यात्रा में ढोल नगाड़े, रथ पर सवार माता शाकंभरी की प्रतिमा, घोड़ी पर सवार माता दुर्गा एवं सरस्वती की झांकी, डीजे एवं विभिन्न स्वागत द्वार, रणभेरी, इस संपूर्ण पैदल यात्रा पर ड्रोन से निगरानी आदि मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। सुभाष अग्रवाल कोलकाता के अनुसार 600 चुनरियों को जोड़कर करीब 2 किलोमीटर की दो चुनरी तैयार की गई। चुनरी में देश-विदेश से महिला भक्तों ने अपने हाथों से बुटिंयां लगाकर अपने मन के भावों को पिरोकर तैयार किया। इस पैदल यात्रा में राजस्थान सहित बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, झारखंड, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, बिहार, नेपाल, वीरगंज, काठमांडू सहित आसपास के क्षेत्र के हजारों महिला एवं पुरुष श्रद्धालु यात्रा में शामिल हुए। उदयपुरवाटी से शाकंभरी सकराय धाम 17 किलोमीटर इस पैदल चुनरी यात्रा में जगह-जगह चाय, पानी, बिस्किट, नमकीन, फल फ्रूट, कला, सेव आदि की व्यवस्था भामाशाहों द्वारा की गई। शाकंभरी मैया को दोनों चुनरी अर्पित करने के पश्चात माता के प्रसादी का भोग लगाकर श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरित की गई। भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण कर बसों व अपने नीजी वाहनों द्वारा अपने-अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना हुए।

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