मुख्यमंत्री एव उपमुख्यमंत्री व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के नाम भेजा ज्ञापन
झुंझुनू, मरुसेना के प्रदेशाध्यक्ष जयन्त मूण्ड ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट व कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के नाम ज्ञापन भेजकर टिड्डियो के लगातार हमलों को देखते हुए 2018 की भर्ती में चयनित कृषि पर्यवेक्षकों को नियुक्त करने की मांग की व मूण्ड ने बताया कि सरकार की मंशा सही हो तो वो हाईकोर्ट में AG से त्वरित पैरवी करा कभी की कृषि पर्यवेक्षक लगा सकती थी। बिना पर्यवेक्षक के संसाधन होते हुए भी किसानों की फसल बर्बाद हो रही, इनकी नियुक्ति बेहद जरूरी है। टिड्डी कोई एक राजनीतिक दल या एक जिले की समस्या नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की सामूहिक ज्वलन्त समस्या है। अधिसूचना जारी नही होने से फसल बीमा भी नही मिलेगा। लगातार 6 महीने से टिड्डियां प्रदेश में हमले कर रही है पर सरकार को किसान की चिंता भी नही है। अब तक टिड्डियों ने करोड़ो रुपयों की फसलें चौपट कर दी है व मरुस्थल की हरियाली को नष्ट कर रही है।बरसात का मौसम टिड्डियों का प्रजनन बढ़ रहा है व यदि इन्हें काबू नही किया गया तो अरबो सरकारी रुपयों से जो प्रदेश को हरा भरा बनाने में खर्च किये है उन्हें ये चट कर जाएंगी। राजस्थान में कृषि पर्यवेक्षक के 70{44d7e8a5cbfd7fbf50b2f42071b88e8c5c0364c8b0c9ec50d635256cec1b7b56} पद खाली पड़े हुए हैं। राजस्थान को सरकार के कमजोर नेतृत्व,किसान विरोधी नीतियों के कारण टिड्डिस्थान बना दिया है। सरकार को जल्दी ही किसानों के बिगड़ते हालातों को देखते हुए कृषि पर्यवेक्षको को नियुक्ति देनी चाहिए क्योंकि ऐसा नहीं हुआ तो फिर ये टिड्डी किसानों की खरीफ की फसल नष्ट कर देंगी और ये सदमा किसानों की आत्महत्या का एक बड़ा कारण बनेगा।