पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक कुमार शर्मा ने
चूरू, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक कुमार शर्मा ने मंगलवार को लम्पी रोग की रोकथाम के तहत् रतनगढ़ पिंजरापोल गौशाला समिति मेंं संचालित आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं का जायजा लिया तथा गौशाला पदाधिकारियों को लम्पी रोग की रोकथाम हेतु विभागीय निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस दौरान विभाग के गौशाला प्रभारी डॉ. निरंजन लाल चिरानिया एवं प्रथम श्रेणी चिकित्सालय रतनगढ़ के प्रभारी डॉ. हुणताराम मीणा भी उनके साथ रहे।
संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक कुमार शर्मा ने संचालकों से कहा कि गौशाला में गौवंश के रख-रखाव के तहत पशु आवास की नियमित साफ-सफाई करें। पशु आवास की मिट्टी नियमित रूप से बदलें एवं एन्टीसेप्टिक/फिनायल से पशु आवास को नियमित रूप से साफ किया जाए। आईसोलेशन वार्ड में संक्रमित पशुओं के रख-रखाव के लिए गौशाला में अलग से कार्मिक को पशुओं को चराने, पिलाने का एवं साफ सफाई का कार्य दिया जाए। उन्होंने संतुलित सुपाच्य पशु आहार संक्रमित एवं रिकवर्ड पशुओं को मिनरल मिक्चर मिलाकर नियमित रूप से खिलाने की सलाह दी। साथ ही घाव से ग्रसित गौवंश की चिकित्सा नियमित रूप से करवाने हेतु निर्देश प्रदान किये।
डॉ. शर्मा ने गौशाला पदाधिकारियों को लम्पी रोग रोकथाम के लिए 02 प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराईट का नियमित छिड़काव गौशाला परिसर में करने, मच्छर व मक्खी से बचाव के लिए कपूर, नीम, गुगल धूप को जलाकर पशु आवास में नियमित धुंआ करने के निर्देश दिये। टिक्स, चिंचड़े आदि की रोकथाम हेतु साईपरमेथिन/आईवरमेक्टिन का उपयोग चिकित्सा में करने के लिए भी कहा। साथ ही गौशाला के प्रवेश द्वार पर चूने का छिड़काव करने के निर्देश दिये तथा गौशाला की साफ सफाई व्यवस्था अच्छी तरह करने हेतु पाबन्द किया गया। संचालकों ने बताया कि लम्पी रोग से पीड़ित गौवंश के लिए गौशाला समिति की ओर से अलग से आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है, जिसमें रोग से पीड़ित गौवंश को रखा गया तथा उनका उपचार किया जा रहा है।