चुरूताजा खबर

मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में शत-प्रतिशत लाभार्थी जुड़ने पर घोषित होगा चिरंजीवी गांव व चिरंजीवी शहर

दो अक्टूबर से पहले प्रत्येक पंचायत समिति की पांच ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत लाभार्थी जोड़ने का लक्ष्य

जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा

चूरू, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में दो अक्टूबर से पहले जिले की प्रत्येक पंचायत समिति की पांच ग्राम पंचायतों में शत-प्रतिशत लाभार्थियों को जोड़ा जायेगा। शत-प्रतिशत लाभार्थी जोड़ने वाली ग्राम पंचायत को चिरंजीवी ग्राम पंचायत तथा शहरी क्षेत्र के शत-प्रतिशत जुड़ने पर चिरंजीवी शहर बनाया जायेगा। यह जानकारी मंगलवार को जिला कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने जिला ग्रामीण स्वास्थ्य समिति की बैठक में चिकित्सा अधिकारियों को दी। उन्होंने बताया कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में ग्रामीण क्षेत्र में शेष रहे लाभार्थियों को जोड़ने के लिये सरंपच व जनप्रतिनिधियों तथा शहरी क्षेत्र में वार्ड पार्षद व नगरीय निकाय का सहयोग लिया जाये। उन्होंने बताया कि इसके लिये सभी उपखण्ड अधिकारियों व विकास अधिकारियों तथा शहरी क्षेत्र में निकाय अधिकारियों को निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि दो अक्टूबर से पहले शत-प्रतिशत लाभार्थियों को जोड़ने वाली ग्राम पंचायत के सरपंच व शहरी क्षेत्र के वार्ड पार्षद को जिला स्तर पर सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जिले में दो अक्टूबर गांधी जंयती पर सभी ग्राम पंचायतों में चिरंजीवी ग्राम सभा का आयोजन किया जायेगा। जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। योजना में आमजन को जोड़ने के लिए चिकित्सा विभाग के साथ सभी विभागों की महती जिम्मेदारी है। जिला कलक्टर सिहाग ने सभी बीसीएमओ को ब्लॉक क्षेत्र में चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से संबंद्ध सभी निजी चिकित्सालयों में योजना का बोर्ड प्रर्दशित करवाने तथा निजी चिकित्सालयों के पैकेज प्रदर्शित करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि योजना से संबंद्व चिकित्सा संस्थान की विजिलेंस मॉनिटरिेंग करने के भी निर्देश दिये। योजना से संबंद्ध चिकित्सालयों में किसी भी प्रकार की शिकायत का प्राथमिकता से निस्तारण करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लाभार्थियों को दस लाख रूपये का निशुल्क उपचार मिलता है। उन्होंने बताया कि राजकीय चिकित्सा संस्थान में चिरंजीवी योजना के तहत बुक होने वाले उपचार पैकेज से मिलने वाली राशि से चिकित्सा संस्थान में भी सुविधा विस्तार किया जा सकता है। उन्होंने बैठक में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत कम प्रगति वाले चिकित्सा संस्थान के प्रभारियों से कारण बताने निर्देश दिये। इसके अलावा मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना के तहत चिकित्सा संस्थान पर मिलने वाली निशुल्क दवा की उपलब्धता की भी समय-समय पर जांच करने के निर्देश दिये। सभी दवाओं की उपलब्धता पूरी करने के निर्देश दिये। निशुल्क दवा योजना के तहत सभी दवाईयों की सुनिश्चितता करने तथा दवा पर्चियों को भी समय पर आनलाईन एंट्री करने के निर्देश दिये।

निक्षय संबल योजना से जोड़ने के लिये करें ग्राम सभा में प्रेरित

जिला कलक्टर ने बताया कि दो अक्टूबर को आयेाजित चिरंजीवी ग्राम सभा के दौरान ग्राम पंचायत पर टीबी मुक्त राजस्थान अभियान के तहत निक्षय संबल योजना के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। इस दौरान निक्षय मित्र बनने वाले ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से टीबी रोगियों को कीट वितरित करवाया जायेगा।

टीकाकरण व मातृत्व स्वास्थ्य की समीक्षा

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज शर्मा ने संस्थागत प्रसव बढ़ाने व नियमित टीकाकरण के दौरान छूटे हुये बच्चों के समय पर टीकाकरण के लिए निर्देश दिए। राजश्री योजना में लाभार्थियों के भुगतान में आ रही समस्याओं पर चर्चा की। सीएमएचओ ने टीकाकरण व चिकित्सा विभाग के राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में संस्थागत प्रसव, परिवार कल्याण के निर्धारित लक्ष्य पूरे करने, जिले में टीकाकरण अभियान व क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई। बैठक में अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भंवरलाल सर्वा, राजकीय अस्पताल सुजानगढ के पीएमओ डॉ सुरेश कालानी, उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवकरण गुरावा, आरसीएचओ डॉ. विश्वास मथुरिया, बीसीएमओ डॉ. विकास सोनी, डॉ. जगदीश सिंह भाटी, डॉ. मनीष तिवाड़ी, डॉ ओमप्रकाश धानिया, डॉ चंदन, डीपीएम आशीष खण्डेलवाल, संग्राम सिंह, जिला लेखा प्रबंधक सुरेन्द्र बराला, बीपीएम ओमप्रकाश, नेतराम, संतलाल, धर्मपाल, संजय कुमार तथा पवन सारस्वत व पीसीपीएनडीटी समन्वयक राजकुमार बैरवा सहित सभी सीएचसी प्रभारी मौजूद थे।

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