झुंझुनू, राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी ने कला एवं संस्कृति विभाग की अध्यक्ष वैशाली गायकवाड़ व महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष जानकी पराग नाईक की अनुशंसा पर तृप्ति सागर धवन को महाराष्ट्र प्रदेश में नासिक जिले का अध्यक्ष नियुक्त किया है। नियुक्ति पत्र के निर्देशानुसार नवनियुक्त जिलाध्यक्ष तृप्ति सागर धवन को 30 दिवस में कार्यकारिणी का गठन करने का निर्देश दिया है। तृप्ति धवन को यह नियुक्ति उनके मन में विद्यमान राष्ट्रप्रेम, साहित्य और संस्कृति के प्रति प्रेम, सामाजिक सरोकारों को मद्देनजर रखते हुए दी गई है। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गांधी ने बताया कि तृप्ति धवन महाराष्ट्र में नाशिक की रहने वाली हैं। वे काफी समय से सामाजिक सेवा कार्यों में सक्रिय हैं। तृप्ति सागर धवन ने कला एवं संस्कृति, नृत्य व फैशन की दुनियां में बड़ा नाम कमाया है। उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिता में 350 से ज्यादा पुरस्कार जीते हैं, जो एक रिकॉर्ड है। स्टेट लेवल, नेशनल लेवल और इंटरनेशनल पुरस्कारों से तृप्ति धवन कई बार सम्मानित हो चुकी हैं।
उन्होंने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत और कठोर परिश्रम किया है। संस्थान को उन पर गर्व है। तृप्ति सागर धवन के आदर्श समाज समिति इंडिया परिवार से जुड़ने के बाद संस्थान द्वारा संचालित सामाजिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को निश्चित ही गति मिलेगी और युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। नाशिक जिले की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष से संस्थान को अपेक्षा रहेगी कि वह राष्ट्रहित व समाज हित में संगठन को सक्रियता के साथ आगे बढ़ाते हुए लक्ष्य प्राप्ति हेतु अपने उत्तरदायित्व का तन-मन-धन के साथ निष्ठापूर्वक निर्वहन करते हुए सफलता अर्जित करने के साथ संगठन द्वारा संचालित सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियों को निरंतर जारी रखेंगे। किसी भी जाति या धर्म के खिलाफ कोई अभद्र टिप्पणी नहीं करेंगे। नफरत फैलाने वाले संगठनों से दूर रहेंगे। आदर्श समाज के निर्माण में निरंतर अपना योगदान देते रहेंगे। तृप्ति सागर धवन को नाशिक जिले का अध्यक्ष बनाये जाने पर महिला इकाई की राष्ट्रीय अध्यक्ष रेनू मिश्रा दीपशिखा, कला एवं संस्कृति विभाग की अध्यक्ष वैशाली गायकवाड़, महाराष्ट्र प्रदेशाध्यक्ष जानकी पराग नाईक सहित आदर्श समाज समिति इंडिया के कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार प्रकट किया है।