सूरजगढ़, राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष, गाँधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता व स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार धर्मपाल गाँधी की आगामी नई पुस्तक का शीर्षक “आजादी के दीवाने” होगा। पुस्तक वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की जायेगी। साहित्यकार धर्मपाल गाँधी काफी लंबे समय से भारतीय स्वाधीनता आंदोलन पर शोध कर रहे हैं। पूर्व में वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ प्रकाशित हो चुकी है। पुस्तक में क्रांतिकारी महिलाओं व स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष का उल्लेख किया गया है। ‘हिंद की क्रांतिकारी बेटियाँ’ पुस्तक अमेजॉन पर उपलब्ध है। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष साहित्यकार धर्मपाल गाँधी ने बताया कि जब मेरे द्वारा लिखित पुस्तक ‘हिंद की क्रांतिकारी बेटियाँ’ प्रकाशित हुई तो काफी लोगों ने पुस्तक को पढ़ा और बहुत पसंद किया। वह पुस्तक लिखने के लिए मुझे प्रयागराज की कवयित्री और साहित्यकार रेनू मिश्रा दीपशिखा ने प्रेरित किया था। ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ पुस्तक की सफलता के बाद शिक्षाविद् मनजीत सिंह तंवर, प्रोड्यूसर व फिल्म अभिनेत्री श्री मेसवाल, वर्तमान अंकुर के संपादक निर्मेश त्यागी, काजड़ा सरपंच मंजू तंवर, भीम प्रज्ञा के प्रधान संपादक हरेश पंवार, समाजसेवी इंद्र सिंह शिल्ला, सामाजिक कार्यकर्ता विजय मील, एडवोकेट हजारीलाल सुनियां, राजेंद्र कुमार गाँधी, विकास कुमार, सुनील कठानियां, मनोहर लाल मोरदिया, कवयित्री रेनू मिश्रा दीपशिखा आदि अन्य साथियों ने मुझे भगत सिंह और स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले अन्य क्रांतिकारियों पर पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले क्रांतिवीरों पर पुस्तक लिखने की मेरी भी जिज्ञासा थी। अतः क्रांतिकारियों के जीवन संघर्ष पर पुस्तक लिखने का कार्य शुरू किया गया और पुस्तक का नाम रखा गया है, “आजादी के दीवाने”। धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखित पुस्तक ‘आजादी के दीवाने’ में सरदार भगत सिंह, शिवराम हरि राजगुरु और सुखदेव थापर के जीवन संघर्ष का वर्णन किया जायेगा और उन्हें फाँसी के फंदे तक पहुंचाने वाले गद्दार साथियों और मुखबिरों का पर्दाफाश किया जायेगा। पुस्तक में ‘लाहौर षड्यंत्र केस’ में शामिल भगत सिंह के अन्य साथियों का भी वर्णन किया जायेगा। काकोरी कांड और दिल्ली षड्यंत्र केस के शहीदों को भी पुस्तक में शामिल किया जायेगा। शहीद खुदीराम बोस व मदन लाल ढींगरा और अंग्रेजों से सबसे लंबे समय तक युद्ध करने वाले महान क्रांतिकारी सूर्य सेन को भी शामिल किया जायेगा। जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेने वाले महान क्रांतिकारी शहीद उधम सिंह को भी पुस्तक में शामिल किया जायेगा। सरदार भगत सिंह से भी छोटी उम्र में फाँसी के फंदे पर चढ़ने वाले शहीद करतार सिंह सराभा और शहीद हेमू कालानी को भी पुस्तक में शामिल किया जायेगा। क्रांतिकारी संगठन इंडियन रिपब्लिकन आर्मी और हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन से जुड़ी महिला क्रांतिकारियों को भी ‘आजादी के दीवाने’ पुस्तक में शामिल किया जायेगा। लेखक धर्मपाल गाँधी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम पर शोध और पुस्तक लेखन का कार्य जारी है। ‘आजादी के दीवाने’ पुस्तक वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की जायेगी।