रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] देश के कई हिस्सों में सक्रिय रहकर महिलाओं को अपना शिकार बनाने वाली गैंग की दो सदस्या पुलिस के हत्थे चढ़ी है। चैन स्नेचिंग की वारदातों में लिप्त ये महिलाएं शहर में घटना को अंजाम देने के बाद सोमवार की शाम पुलिस के हत्थे चढ़ गई। हालांकि इनकी गैंग की अन्य महिलाएं मौका पाकर फरार हो गई, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। मंगलवार की दोपहर गिरफ्तार की गई इन दो महिलाओं को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। प्रकरण के अनुसार रतनगढ़ निवासी 40 वर्षीय निशा सराफ, रतलाम निवासी 50 वर्षीय रसीदा बानो, सीकर के कस्बा धौंद निवासी 36 वर्षीय ममता धोबी एवं फतेहपुर निवासी 35 वर्षीय लक्ष्मी सोनी रतनगढ़ से जयपुर जाने वाली रोडवेज बस में बस स्टैंड से सवार हुई थी। बस में भीड़ अधिक थी। इस दौरान अज्ञात ने मौका पाकर महिलाओं के गले में पहने हुए सोने के हार व चैन को तोड़ लिए। निशा ने जब अपना गला संभाला, तो उसकी चैन नदारद मिली, जिस पर उसने शोर मचाया। इस दौरान बस में सवार अन्य महिला यात्रियों ने भी अपने-अपने गले को संभाला, तो रसीदा के गले से हार, लक्ष्मी व ममता के गले से चैन नदारद मिली, जिनका बाजार मूल्य करीब पांच लाख रुपए बताया गया है। मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। इस दौरान कांस्टेबल प्रमोद ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए दो संदिग्ध महिलाओं को पकड़ लिया। सूचना पर सब इंसपेक्टर देवी सहाय मौके पर पहुंचे तथा घटना की जानकारी ली। पुलिस ने निशा सराफ की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर मंगलवार को रिया उर्फ रिंकु कुमारी निवासी सिंथल एवं सुनिता बावरी निवासी खटोला गुड़गांव को गिरफ्तार किया है, जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। वहीं इनकी निशानदेही पर पुलिस काली नामक महिला की तलाश में जुटी हैं।