शिशु चार-पांच दिन पहले का जन्मा हुआ है
दांतारामगढ़, [प्रदीप सैनी ] धार्मिक स्थल जीणमाता की पहाड़ियों में शनिवार को नाले के अंदर किसी ने एक नवजात शिशु को लावारिस हालत में छोड़कर चले जाने की घटना सामने आई हैं। पहाड़ी में बकरी चराने वाले ग्वाले को जब बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी तो चरवाहे ने नीचे जाकर देखा नाले में देखा तो नवजात शिशु रोते हुए दिखाई दिया। ग्वाले ने समाचार गांव वालों को दिया जिस पर पुलिस चौकी जीणमाता के कर्मचारियों ने बच्चे को कब्जे में लेकर पीएचसी जीणमाता पर इलाज के लिए लेकर गए। पीएचसी पर प्राथमिक उपचार देकर बच्चे को सीकर राजकीय जिला महिला अस्पताल की शिशु गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती करवाया गया हैं। जानकारी देते हुए पीएचसी जीणमाता के नर्सिंग ऑफिसर बलबीर सिंह बुरड़क ने बताया कि शिशु चार-पांच दिन पहले का जन्मा हुआ है तथा स्वस्थ हैं प्रसव किसी संस्थान पर करवाया हुआ हैं। शिशु के एक केनुला लगा हुआ था तथा नाल सही तरीके से काटकर बंधी हुई थी। शिशु को नर्सिंग ऑफिसर ने अपने निजी वाहन से ले जाकर अस्पताल में भर्ती करवाया हैं।