प्रशासन ने झाड़ा पल्ला- जीते जी कोरोना फाइटर को नहीं मिल सकती कोई मदद, नहीं है ऐसा कोई प्रावधान
खेतड़ी क्षेत्र के बीलवा गांव का नर्सिंग ऑफिसर अमर सिंह महरानिया ऑक्सीजन सपोर्ट पर है जिन्दा
वर्षों से झूल रहा है जीवन और मौत के बीच
पत्नी ने गहने बेच दिए, पिता ने लगा दी सारी कमाई, रिश्तेदारों के हुए कर्जदार फिर भी पड़ नहीं रही पार
अब तक 30 लाख कर डाले खर्च, प्रतिदिन 5 हजार का इलाज पर खर्चा, बूढ़े पिता पर आई दो छोटे बच्चो के साथ पुत्रवधु और बीमार बेटे की जिम्मेदारी
लाचार पिता ने लगाई जिला प्रशासन से गुहार, पिता बोला – निराशा ही लगी हाथ
विभिन्न विधायकों के द्वारा भी डिजायर लिखवा कर पहले भी पहुंचाई जा चुकी है मुख्यमंत्री के पास
खेतड़ी क्षेत्र का बीलवा गांव निवासी अमर सिंह महरानिया संविदा कर्मी के रूप में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर था कोरोना लहर के दौरान ड्यूटी पर तैनात
6 महीने तक केंद्र सरकार के लेडी हार्डिंग अस्पताल ने रखा आईसीयू में फिर कर दिए ऊपर हाथ, यही पर दी थी सेवाए
राज रुठने के बाद… अब समाज और राम से ही है आस
ना उठेगी तलवार इनसे ना चलेगा खंजर इनसे यह बाजू मेरे आजमाए हुए हैं