कोविड की पालना को लेकर तहसीलदार पर द्वेषतापूर्ण कार्रवाई का आरोप, मामला उदयपुरवाटी का।
6 दिन पहले तहसीलदार की टीम का हुआ था विडियो वायरल
वायरल विडियो से खफा तहसीलदार-बदला लेने फिर पहुँचे दुकानदार पर कार्यवाही करने
झुंझुनू,उदयपुरवाटी [कैलाश बबेरवाल ] झुंझुनू जिले के विभिन्न क्षेत्रों से अधिकारियों की दबंगई के समाचार लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। चाहे वह मामला चिड़ावा का हो या फिर झुंझुनू का। क्या करें साहब अधिकारी है क्या पता कौन सी बात इनको बुरी लग जाए और किस प्रकार से आम जनता से बदला लेने की वह ठान लें इसका भी कोई अंदाजा नहीं लगा सकता और द्वेषता पूर्ण कार्रवाई कर आम जनता को परेशानी में भी डाल दें। चलेगी तो इनकी मनमर्जी ही क्योंकि ये अधिकारी है साहब। शायद संवेदनशील सरकार के मुखिया अशोक गहलोत की छवि को धूमिल करने की में झुंझुनू जिले के कई अफसर कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं। इनमें से कुछ मामले सोशल मीडिया के द्वारा चर्चित होने के कारण छप जाते हैं और कुछ ऐसे होते हैं जो छुप जाते हैं। हाल ही में उदयपुरवाटी तहसीलदार सुभाष स्वामी की कथित दादागिरी की बात भी सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार पिछले 6दिन पहले कस्बे के एसबीआई बैंक के सामने पूनम साड़ीज पर बिना मास्क के चालान काटने कार्यवाहक तहसीलदार सुभाष स्वामी की टीम के सदस्य पहुँचे। टीम में एक कर्मचारी बिना मास्क के था। जिसका विडियो सोशियल मीडिया के फेसबुक पर लाइव चलाकर वायरल कर दिया गया। वायरल विडियो से कार्यवाहक तहसीलदार सुभाष स्वामी खफा थे। तहसीलदार सुभाष स्वामी अचानक से बुधवार को करीब 4बजे वायरल विडियो के बदले दुकानदार का चालान काटकर बदला लेने के हिसाब से मौके पर पहुँचे। तहसीलदार जब मौके पर पहुँचे तो दुकानदार सुरेंद्र की दुकान में एक महिला व एक पुरुष साड़ियां देख रहे थे। दोनों ने ही मास्क लगा रखा था। उसके बावजूद वायरल विडियो का बदला लेने के चलते दुकानदार सुरेंद्र को खुद की गाड़ी में बैठकर ले गये। जिसके बाद में आक्रोशित दुकानदार एकत्रित होकर पुलिस थाने पहुँचकर द्वेषता पूर्ण कार्यवाही पर नाराजगी व्यक्त की। सीआई भवरलाल कुमावत ने दुकानदारों से कोविड गाइड लाइन की पालना करते हुए प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। जिसके बाद में आक्रोशित दुकानदार एसडीएम ऑफिस में तहसीलदार सुभाष स्वामी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पहुँचे। जहाँ पर एसडीएम रामसिंह राजावत को ज्ञापन देकर द्वेषता रखने वाले अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है। व्यापार मंडल अध्यक्ष रामवल्लभ खेराड़ी ने बताया कि अधिकारी स्वयं अपनी टीम को मास्क व सोशियल डिस्टेंस की पालना करवाये। सभी दुकानदार कोविड गाइड लाईन कि पालना कर रहे है। तहसीलदार की द्वेषता पूर्ण कार्यवाही से व्यापार मंडल में आक्रोश है। इस दौरान व्यापारी बाबूलाल सैनी, सजन सैनी, किशोर असवाल, पंकज मित्तल, कैलाश सैनी, नितेश खेराड़ी, सुभाष हरलालका, कैलाश गुर्जर, सीताराम तंवर, अजय चिरानिया, राघव अग्रवाल, मनीष शाह, धोलू सोनी, निजामुद्दीन, संजय पंसारी आदि मौजूद थे। कोरोना गाइडलाइन की पालना करना आम जनता के लिए ही जरूरी नहीं है बल्कि अधिकारी और राजनेताओं के लिए भी उतना ही जरूरी है क्योंकि कोरोना आपका स्टेटस देख कर नहीं बल्कि आपकी लापरवाही को देखकर आपको शिकार बनाता है। लेकिन गत दिनों से देखने में आ रहा है कि झुंझुनू के चंद अधिकारी खुद को खुदा समझ बैठे हैं। जिन पर किसी प्रकार की कार्रवाई का खौफ भी नहीं है। जिसके चलते ही ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। वही हम इन अधिकारियों को बता दें कि अधिकार शब्द से ही अधिकारी बना है और अधिकारी आम जनता की अधिकारों की रक्षा करने के लिए बनाए गए हैं ना कि उन पर दबंगई दिखाने और द्वेषता पूर्ण कार्रवाई करने के लिए। अब देखने वाली बात है की नवागत जिला कलेक्टर अपने अधीनस्थों की दबंगई और कथित दादागिरी पर कैसे लगाम लगाते हैं।