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Video News – झुंझुनू से बड़ी खबर : मोरारका कॉलेज बना छात्र गुटों का अखाड़ा, वायरल वीडियो से उठा सवाल

गाड़ी के उपर लाठियों से लैस बैठे हुए छात्र

दो अलग- अलग वीडियो हो रहे है वायरल, एक वीडियो में फिल्मी स्टाइल में चलाई गाड़ी

झुंझुनूं, झुंझुनूं जिले का सबसे बड़ा मोरारका कॉलेज इन दिनों छात्र गुटों की लड़ाई का अखाड़ा बना हुआ है। यहां पर पढाई करने आने वाले विद्यार्थियों पर लड़ाई करने वाले छात्र भारी पड़ रहे है। मोरारका कॉलेज से जुड़े दो वीडियो वायरल हो रहे है, जिसे देखकर तो यही लगता है। वही सूत्रों के अनुसार यह मामला एनएसयूआई की आपसी खींचतान से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। लेकिन एनएसयूआई इस मामले में अपना पल्ला झाड़ रही है। लेकिन सूत्रों की मानें तो यहां पर एनएसयूआई के एक पूर्व पदाधिकारी और वर्तमान पदाधिकरी के समर्थक के बीच काफी दिनों से तनातनी चल रही है। जिसके चलते दो-तीन दिन पहले एनएसयूआई के एक पूर्व पदाधिकारी के कॉलेज आने पर वर्तमान पदाधिकारी के समर्थक ने लाठियों और पत्थरों से हमला बोल दिया। जिससे वह अपनी गाड़ी भगाकर ले गया। लेकिन इसी का बदला लेना और अपनी धाक जमाने के लिए पूर्व पदाधिकारी दूसरे दिन अपने समर्थकों के साथ कॉलेज में पहुंचा। जहां पर खुली जीप में लाठियों से लैस दर्जनों छात्रों ने कॉलेज कैंपस में अपनी गाड़ी घुमाई और अपनी धाक जमाने की कोशिश की। बहरहाल, हम इस वीडियो की पुष्टि नहीं करते। वही मोरारका कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ प्रमोद कुमार धायल का कहना है कि पहले हमें छात्रों द्वारा ज्ञापन दिए गए थे कि कॉलेज में कुछ बाहर के तत्व आ रहे हैं। इसको लेकर हम ने पुलिस में रिपोर्ट दे रखी है। वीडियो कब का है इसकी जानकारी नहीं है और यह लोग किस संगठन से जुड़े हैं इसकी भी जानकारी नहीं है। वही हम पुलिस को दोबारा भी इस मामले में रिमाइंडर भेज रहे हैं। वही एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष के प्रवक्ता अनिल कुमार ने बताया कि वीडियो में जो लड़के दिखाई दे रहे है वह हमारे नहीं है वह हमारे संगठन से नहीं है, इस मामले में हमारे संगठन का कोई लेना देना नहीं है। बहरहाल ये तत्व जो वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे है। यह कौन है और किस संगठन से जुड़े हुए है तथा शिक्षा के जिले के बड़े मंदिर में इस तरह भय का माहौल क्यों तैयार कर रहे है पुलिस जाँच का विषय है। साथ ही कॉलेज प्रशासन को भी इस मामले को लेकर त्वरित कार्रवाई का प्रयास करवाना चाहिए। नहीं तो जिले का सबसे बड़ा सरकारी कॉलेज गुंडागर्दी का अड्डा बन सकता है। और ऐसी स्थिति में पढ़ने वाले बच्चे भय के माहौल में कैसे ठीक से पढाई कर सकेंगे यह भी बड़ा सवाल है।

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