सांसी समाज के लोगों को पूजा अर्चना से रोकने से जुड़ा है मामला
चूरू शहर के वार्ड संख्या 59 की घटना, हालाकि समझाइस से निबट गया मामला
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] एक तरफ जहां इंसान मंगल ग्रह पर पहुंचने के लिए प्रयासरत है वहीं दूसरी तरफ इस सदी में भी जातियों को लेकर भेदभाव के मामले भी सामने आ रहे हैं। चूरू शहर के वार्ड संख्या 59 में महाशिवरात्रि पर एक ऐसा ही मामला सामने आया जहां पर सांसी समाज के लोगों को पूजा अर्चना करने से रोक दिया गया। मंदिर के पुजारी ने गेट बंद कर लिया और सांसी समाज की महिलाओं आदि का अंदर जाने से रोकने के लिए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना के बाद कोतवाली थाना पुलिस का जाब्ता मौके पर पहुंचा और पुजारी सहित सांसी समाज के लोगों को समझाइश की गई। जा एक तरफ पुजारी सांसी समाज के लोगों को मंदिर में प्रवेश की बात पर अड़ा रहा वही दूसरी तरफ सांसी समाज के लोगों ने भी मंदिर में पूजा करने के अधिकार को लेकर अपनी आवाज को मुखर किया। सांसी समाज के अध्यक्ष चेनाराम सांसी ने बताया कि महाशिवरात्रि का पर्व होने पर सांसी समाज के पुरुष और महिला भी मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान वहां मौजूद मंदिर के पुजारी ने समाज के महिलाओं पुरुष को प्रवेश पर रोक लगाते हुए ताला भी लगा दिया। उन्होंने बताया कि मंदिर के पुजारी का कहना था कि सांसी समाज के लोग ने अब तक पूजा के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं किया है। मंदिर उनके पूर्वजों का बनाया हुआ है मरम्मत आदि कार्य भी उन्हीं के द्वारा कराया जाता है इसलिये यह उनकी निजी संपत्ति है। चेनाराम ने बताया कि इस संबंध में कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के पहुंचने के बावजूद भी एकबारगी पुजारी ने सांसी समाज के लोगों के मंदिर में प्रवेश पर एतराज किया। पुलिसकर्मियों से भी काफी बहस की। बाद में पुलिसकर्मियों के समझाइस के बाद सांसी समाज के लोगों को पूजा अर्चना के लिए प्रवेश दिया गया। इस दौरान पुलिस का जाब्ता भी मौके पर तैनात रहा। सांसी समाज के जिलाध्यक्ष चेनाराम ने जातिवाद की निंदा करते हुए पुजारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।