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Video News – इधर आचार संहिता हटी उधर तबादलों की तलवार चली

झुंझुनू जिले में भी देखने को मिलेगा व्यापक बदलाव

झुंझुनू, लोकसभा चुनाव के परिणाम का दिन चार जून अब धीरे-धीरे नजदीक आता जा रहा है जिसके चलते एक बार राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है ही इसके साथ ही परिणाम के बाद की स्थिति और परिस्थितियों में बदलाव पर भी चर्चा चलनी शुरू हो गई है। बात झुंझुनू जिले की करें तो आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश में सत्ता में शानदार वापसी की थी लेकिन झुंझुनू जिले में विधानसभा चुनाव में कोई ज्यादा अच्छा रिजल्ट देखने को नहीं मिला। वही लोकसभा चुनाव के परिणाम पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। लिहाजा लोकसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही आचार संहिता हट जाएगी उसके बाद से भाजपा आला कमान पूरे प्रदेश में व्यापक फेरबदल करने के मूड में दिखाई देगा। वही प्रशासनिक फेरबदल भी किया जाएगा। झुंझुनू जिले के अंदर आम जनता में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। अभी तक झुंझुनू जिला प्रशासन के कई महकमें ऐसे हैं जो जनता के प्रति उदासीन बने हुए हैं। चिकित्सा, शिक्षा, नगर निकाय, पीएचईडी, डीआईपीआर सहित सामन्य प्रशासन ने भी फेर बदल देखने को मिलेगा। शिक्षा विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों में तो आपस में ही कोहराम मचा हुआ है। झुंझुनू जिले के कई क्षेत्रो में पेयजल की समस्या बड़ी भारी है। वहीं झुंझुनू शहर में नगर परिषद क्षेत्र से भी बहुत सारी शिकायतें सत्ता के शिखर तक पहुंच रही हैं जिसके चलते जिला प्रशासन के विभिन्न आला अधिकारियों पर भी आचार संहिता के बाद गाज गिरना तय माना जा रहा है। वही नगरीय निकाय के अधिकारियों पर भी तबादले की तलवार लटकने वाली है।

पुराने झुंझुनू शहर के हालात वर्षों से कैसे हैं यह तो किसी से छुपे हुए नहीं है लेकिन झुंझुनू शहर की मुख्य सड़कों और विशेष रूप से जो पॉश आवासीय कॉलोनियां है उनमें भी अवैध निर्माण की बाढ़ आ गई है जिसकी शिकायतें भी ऊपर तक लगातार पहुंच रही है। वहीं झुंझुनू जिला मुख्यालय के कई विभाग ऐसे भी हैं जिनके मुखिया अधिकारियों की मनमानी की खबरें भी सत्ता के शिखर तक पहुंच रही हैं लेकिन आचार संहिता के चलते सारे का सारा आमूल चूल परिवर्तन आपको इसके हटने के बाद ही देखने को मिलेगा। कुछ विभागों के अधिकारियों की मनमानी तो इतनी बढ़ चुकी है की लगातार उनके खिलाफ समाचार पत्रों में खबरें भी चल रही है लेकिन फिर भी जिला प्रशासन भी अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है। अब यह आचार संहिता के चलते हैं या अन्य किसी कारण से, इसके ऊपर से तो सारी धुंद आचार संहिता हटने के बाद से छट जाएगी लेकिन मानकर चलिए कि आदर्श आचार संहिता हटी और उधर कई अधिकारियों पर तबादलों की तलवार चली। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू

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