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Video News – कैसे सुधरे हालात : सुबह-सुबह ही खुल गई पोल, लगाया जा रहा था लाखों रुपए का चूना

165 सफाई कर्मचारियों में निरीक्षण के दौरान आधे कर्मचारी भी नहीं मिले उपस्थित

नगरपालिका में 15 लाख रुपयों का कर्मचारियों को किया जा रहा है भुगतान

ठेकेदार ने शर्तों को पूरा नहीं करने पर भी पालिका कर रहा भुगतान

पालिका अधिकारियों की बराबर मॉनिटरिंग नहीं होने की वजह से सरकार को सफाई के नाम पर लगाया जा रहा है लाखों रुपए का चूना

नव गठित समिति की अध्यक्ष रुखसाना बानो ने पालिकासफाई कर्मियों का सुबह 6:00 बजे किया औचक निरीक्षण

पालिका में सफाई के नाम पर हर महीने लिए जा रहे 15 लाख रुपयों की खुली पोल

उदयपुरवाटी, [कैलाश बबेरवाल ] नगर पालिका क्षेत्र में कैसे पूरी हो स्वच्छ भारत की संकल्पना जब लगाए सफाई कर्मियों में आधे भी अपनी ड्यूटी पर उपस्थित न हो तो। उदयपुरवाटी नगर पालिका की स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्ष रुखसाना बानो ने पालिका कार्यालय में सफाई कर्मियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण किया तो पोल खुलकर सामने आई। जिसमे 165 सफाई कर्मचारियों में से 100 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। मात्र 65 कर्मचारी ही उपस्थित मिले यानि आधे कर्मचारी भी उपस्थित नहीं। नगर पालिका उपाध्यक्ष रुखसाना बानो ने कार्यवाहक एसआई पुष्कर वाल्मीकि के बताए अनुसार कहा कि पालिका में 29 सफाई कर्मी स्थाई हैं, 130 सफाई कर्मी टेंडर के माध्यम से ठेकेदार के अधीन नगर पालिका में कार्य कर रहे हैं। 7 से 8 लगभग ड्राइवर ठेके पर लगे हुए हैं। जब प्रातः 6:00 बजे स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्ष रुखसाना बानो ने पालिका परिसर में उपस्थिति का जायजा लिया, तो मात्र 65 कर्मचारी ही उपस्थित पाए गए व 100 कर्मचारी नदारद मिले। उन्होंने कहा कि समितियों के गठन से पूर्व लगभग 165 कर्मचारियों का मानदेय भुगतान पालिका से किया जा रहा है। जब इसकी पुष्टि करनी चाही तो जितने कर्मचारियों का भुगतान नगरपालिका से हो रहा है, उतने कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं मिले। जिनकी शिकायत बार-बार सुनने को मिल रही थी। जिससे नगर पालिका कोष को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि निरीक्षण के दौरान हर महिने के दिए जा रहे 15 लाख रुपयों की पोल खुल गई। स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति की अध्यक्ष व पालिका उपाध्यक्ष रुखसाना बानो ने सुबह 6:00 बजे अचानक निरीक्षण के दौरान पालिका के 29 स्थाई कर्मचारियों की जगह 14 कार्मिक उपस्थित मिले। जब इसकी वजह सफाई निरीक्षक पुष्कर वाल्मीकि से पूछी गई तो उन्होंने कहा कि पालिका प्रशासन ने कुछ अप्रोच वाले कार्मिकों को सफाई की जगह अन्य कार्य में लगा रखा है। जब सफाई ठेका कर्मचारियों की उपस्थिति ली तो पता चला कि 130 कर्मचारियों की जगह ठेकेदार के सिर्फ 45 कार्मिक ही उपस्थित मिले। साथ ही मौके पर कुछ ड्राइवर भी गायब मिले जो लगभग 7 से 8 ड्राइवर हैं। समिति अध्यक्ष बानो ने सफाई निरीक्षक को निर्देश दिए की सफाई करने वाले सभी कर्मचारियों को सफाई कार्य में लगा कर अति शीघ्र रिपोर्ट तैयार कर सूचित करें। साथ ही ठेकेदार के द्वारा कम कर्मचारी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, उनकी भुगतान राशि रोक ली जाए। यदि फिर भी ठेकेदार द्वारा अनियमितताएं पाई जाती है तो ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआई पुष्कर बाल्मीकि जिस सफाई ठेकेदार को पालिका में सफाई के लिए टेंडर दे रखा है। उस ठेकेदार के संपूर्ण कर्मचारी और उनका संपूर्ण कार्य एसआई पुष्कर वाल्मीकि का है। सिर्फ ठेकेदार का नाम है बाकी असली ठेकेदार तो पुष्कर वाल्मीकि बताए जा रहे है। जो पालिका प्रशासन में अपने आप की बड़ी अप्रोच बताकर 130 कर्मचारियों की जगह 45 सफाई कर्मियों से ही काम करवा रहे हैं। जिससे हर महीने नगरपालिका कोष में लाखों रुपयों का चुना लगाया जा रहा हैं। यही नहीं पालिका के अन्य कार्यों में भी एसआई पुष्कर वाल्मीकि का इंटरफेयर होता रहता है। जो लोगों का समय पर कार्य नहीं करके उन्हें चक्कर कटवाता रहता है। क्योंकि पालिका में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। भ्रष्टाचार करने वाले कोई और अन्य नहीं इन्हीं कर्मचारी के द्वारा किया जा रहा है। पालिका उपाध्यक्ष रुखसाना बानो ने सफाई निरीक्षक पुष्कर वाल्मीकि को सख्त निर्देश दिए हैं कि सोमवार को सभी कर्मचारी मौके पर मौजूद मिलने चाहिए। कभी भी किसी भी समय जांच कर सकती हूं।

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