तबीयत बिगड़ने पर नवजात को नीकू वार्ड में शिफट किया
नवजात का जन्म किसी प्रशिक्षित हाथों से होना बताया जा रहा है
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] राजकीय डीबी अस्पताल में शुक्रवार रात करीब एक बजकर 50 मिनट पर लेबर में पालना गृह का अलार्म बजा। तभी लेबर रूम में मौजूद स्टाफ भागकर पालना गृह पहुचा। जहां देखा तो एक नवजात बालक सर्दी से ठिठुरते हुए रो रहा था। जिसे स्टाफ ने उठाकर लेबर रूम में ले गये। इसके बाद नवजात को एफबीएनसी वार्ड में भेजा गया। मगर वहां तबीयत बिगड़ने पर नवजात को नीकू वार्ड में शिफट किया गया। नीकू वार्ड में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि देर रात नवजात को वार्ड मे लाया गया था। जन्म के करीब चार से पांच घंटे बाद नवजात को पालना गृह में छोड़ा गया है। जिसका वजन करीब एक किलो छह सौ ग्राम है। प्रथम दृष्टया नवजात प्रीमैच्योर लग रहा है। नवजात का जन्म किसी प्रशिक्षित हाथों से होना बताया जा रहा है क्योंकि नवजात की नाभि पर ब्ल्यू कलर की कोड क्लीप लगी हुई है। वहीं उसको नीले रंग का बेबी किट भी पहना रखा है। डॉ. अशोक ने बताया कि जिस समय नवजात को नीकू वार्ड में लाया गया। उस समय उसको सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। वही बता दे कि समय समय पर सरकार द्वारा भी यह अपील की जाती रही है कि किसी नवजात को लावारिश रूप से न फेके बल्कि पालना गृह में छोड़े ताकि उस नवजात की अनमोल जिंदगी बचाई जा सके।