एक ही महीने में हुई झुंझुनू शहर में पांच चोरी की वारदातों का पुलिस ने किया खुलासा
अंतर्राजीय गैंग का किया पर्दाफाश, तीन गिरफ्तार
970 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालकर भरतपुर से दबौचा शातिर चोरों को
झुंझुनू, झुंझुनू शहर में कोतवाली थाना अंतर्गत नवंबर माह में हुई 5 चोरी की वारदातों का पुलिस ने खुलासा करते हुए अंतर्राजीय गैंग का पर्दाफाश किया है। डीवाईएसपी शंकरलाल छाबा ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच चोरी की वारदातों के मामले में उत्तर प्रदेश व पश्चिम बंगाल के 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनमें मोहम्मद बेरूल इस्लाम, एमडी मिजनपुर रहमान तथा मुन्ना शेख को गिरफ्तार किया गया है। इन पांच वारदातों में तीन वारदात झुंझुनू के बसंत विहार तथा 1-1 वारदात रीको और हाउसिंग बोर्ड में अंजाम दिया गया। पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि गैंग के सदस्य विभिन्न शहरों में जब वारदात करने के लिए जाते हैं तो होटल में कमरा लेकर रहते हैं और दिन के समय पैदल घूम घूम कर सुने मकानों की रेकी करते हैं और रात के समय वारदात को अंजाम देते हैं। वही चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद वह शहर बदल देते हैं और फिर दूसरे शहर में जाकर चोरी की वारदातें करते हैं। यह लोग एक शहर में 3 या 4 दिन से ज्यादा नहीं रुकते हैं। चोरी किया गया सामान अपने साथियों के साथ मिलकर खुर्द बुर्द कर देते हैं। झुंझुनू जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने चोरी की वारदातों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम का गठन किया। कोतवाली थाना अधिकारी सुरेंद्र देगड़ा के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई करते हुए यह सफलता हासिल की। टीम के सदस्यों ने रूट बनाकर 970 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले तब जाकर तीन संदिग्ध लड़के फुटेज में नजर आए। इनका पीछा करते हुए पुलिस टीम ने भरतपुर बस स्टैंड से तीनों आरोपियों को दबोचा। संदिग्धों के पास से मिले बैग को चेक किया गया तो इसमें चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए सरिये और पेचकश मिले। इन हथियारों से पलक झपकते ही आरोपी तालो को तोड़ कर घटना को अंजाम देते। वहीं पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और आपराधिक रिकॉर्ड भी संकलित किया जा रहा है। कोतवाली पुलिस को मिली सफलता में विशेष योगदान कॉन्स्टेबल प्रवीण कुमार कर रहा।