Video News – आओ सुनाऊ कहानी : जहा अब गूंजती है गोलियां, जवानी में ही युवतिया हो रही है विधवा जबकि…..
खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय पटल पर रोशन किया राजगढ़ का नाम
चूरू, [सुभाष प्रजापत ] स्टील किंग लक्ष्मीनिवास मित्तल, पूर्व गवर्नर विमल जालान, पैरालंपिक गोल्ड पदक विजेता देवेन्द्र झाझडिय़ा। ओलंपिक में गोल्ड मैडल विजेता कृष्णा पुनिया जन-जन की आस्था का केन्द्र जाहरवीर गोगाजी। ये वो नाम हैं जो राजस्थान के चूरू जिले के राजगढ़ उर्फ सादुलपुर क्षेत्र में पैदा हुए और दुनियाभर में छा गए। विश्व स्तर पर पहचान पा चुके राजगढ़ के बारे में अब आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि ये अपराध का भी गढ़ बनता जा रहा है। यहां फायरिंग होना आम बात है। कब किस पर कहा गोलियां चल जाए इसका कोई अंदाजा नही । यहाँ हत्या फिरौती मांगना मामूली सी बात हो गई है । राजस्थान पुलिस के बीते दो साल के आकड़े ही राजगढ़ की भयावह तस्वीर बयां कर रहे हैं। 2 लाख 20 हजार 177 हैक्टेयर में फैले राजगढ़ उपखण्ड के राजगढ़, हमीरवास और सिधमुख पुलिस थाना इलाके में महज दो साल में पुलिस ने 55 युवकों को गिरफ्तार करके इनके पास से 42 अवैध हथियार ,एक चाकू व एक तलवार बरामद किए हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि राजगढ़ के युवाओं के कदम गलत दिशा में उठ रहे हैं। पढ़-लिखकर कॅरियर बनाने की उम्र में युवा हथियार उठा रहे हैं। शादी करके घर बसाने की उम्र तक आते-आते तो कई युवकों पर पुलिस थानों में हिस्ट्रीशीट खुल रही है। अपराध के चलते कई युवकों का मर्डर भी हो चुका है। ऐसे में शादी के कुछ समय बाद ही कई युवतियां विधवा हो गई हैं।
पुलिस ने वर्ष 2022 में 15 अवैध हथियार व 15 कारतूस एक व धारधार चाकू व एक तलवार बरामद कर 18 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। वर्ष 2023 में 37 आरोपितों को गिरफ्तार कर 34 अवैध हथियार व 42 जिंदा कारतूस बरामद कर 37 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने पिछले वर्ष की बजाय इस वर्ष लगभग दोगुनी कार्रवाई की है । वही शोशल मीडिया पर हथियार लहराने व गेंगस्टर से समर्क रखने वाले सेकड़ो युवाओ को पुलिस थाने ला चुकी है । मगर अब जनप्रतिनिधियों को भी आगे आने की आवश्यकता है । जिससे इस बढ़ते हुवे ग्राफ को कम किया जा सके । वही पुलिस के पास भी संसाधनों की कमी नजर आ रही है ।सादुलपुर थाने में 83 पद स्वीकृति है मगर पदस्थापित केवल 51 है । जिससे थानों में नफरी बढ़ाने की भी अवसेकता है । जानकारों का कहना है कि आपसी रंजिश और वसूली के खेल में अपराधियों ने यहां हथियारों की बड़ी फसल बो दी है। जो यहां की कानून व्यवस्था और आम आदमी के जीवन के लिए कभी भी घातक हो सकती है। यहां के जो युवा अपराध की दुनिया में जा रहा हैं उनमें से अधिकतर के हरियाणा में अपराधियों की गैंग से संपर्क है।हरियाणा में अपराधियों की करीब एक दर्जन गैंग सक्रिय हैं। हरियाणा सीमा पर स्थित राजगढ़ के गांव गालड़, धानोठी छोटी, बड़ी, न्यांगल बड़ी, न्यांगल छोटी, खैरू बड़ी, खैरू छोटी, रामपुरा सहित लगभग एक दर्जन गांव हरियाणा सीमा जुड़े हैं जो अपराध और अपराधियों के लिए शरणस्थली बनते जा रहे हैं।
पुलिस की गिरफ्त में आए कुछ आरोपितों ने बताया कि वे मध्यप्रदेश से ऑटोमैटिक हथियार लेकर आए थे। इसके अलावा उत्तर प्रदेश से भी हथियार लाएं हैं। इन दोनों राज्यों में अवैध हथियारों का कारोबार बखूबी चल रहा है। यहां की सरकारों ने इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने में असफल रही हैं।
बढ़ते अपराध और आए दिन हो रहे गैंगस्टरों के हमले से हर अभिभाव चिंतित रहते हैं । 12th के बाद अधिकतर अभिभावक अपने बेटों को सीकर जयपुर कोचिंग में भेजते हैं ।ताकि यहाँ रहकर कोई गैंग के सम्पर्क में न आ जाए ये चिंता आज हर अभिभावक को बनी रहती है । चूरू से सुभाष प्रजापत की रिपोर्ट