बिजली महकमे से परेशान होकर चिकित्सक ने जिला कलेक्टर को लिखा था इच्छा मृत्यु के लिए पत्र
झुंझुनू, झुंझुनू जिला मुख्यालय के एक निजी चिकित्सक ने गत दिनों झुंझुनू जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इस मामले पर आज झुंझुनू जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत का बयान सामने आया है। उससे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डॉ मनीष कुमार ने अपने घर पर 10 किलो वाट का सोलर प्लांट सरकार की योजना के तहत लगाया था लेकिन इसके बावजूद भी घर का बिजली का बिल 30 से 35 हजार रुपए आ रहा था। जिला कलेक्टर को भेजे गए पत्र में उन्होंने इसके लिए बिजली मैन, एआरओ, जेईएन, एईएन की मनमानी को जिम्मेदार बताया था। साथ ही उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि आम आदमी को कोई तवज्जो नहीं देते। इन लोगों के द्वारा धमकियां भी दी जा रही हैं कि हमारी सरकार है तुम्हारा कनेक्शन भी कटवा देंगे। जिसके चलते उन्होंने जिला कलेक्टर से इच्छा मृत्यु की मांग की थी। कल ही डॉक्टर मनीष कुमार ने शेखावटी लाइव के सामने अपनी पीड़ा को उजागर किया था और आज उनकी इस पीड़ा को प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत के सामने शेखावटी लाइव ने प्रमुखता से उठाया। डॉ मनीष कुमार ने बताया कि विभाग में जाने पर एआरओ अजय सैनी ने मेरे मुंह पर बिल फेक कर मारा और कहा कि आपको जो करना है जो कर लो ज्यादा करोगे तो कनेक्शन काट देंगे। वही इस पूरे मामले पर जब आज प्रभारी मंत्री को अवगत करवाया गया तो उन्होंने कहा कि राजकीय कार्यक्रम के बाद वह इस पूरे मामले की जानकारी लेंगे और निश्चित तौर पर जिसने गलत किया है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि आपके द्वारा आज ही मुझे जानकारी मिली है सरकार का कितना ही बड़ा अधिकारी हो कर्मचारी हो जनता की समस्याओं का समाधान करना उसकी जिम्मेदारी है यदि इसमें कोई कमी पाई जाएगी तो निश्चित रूप से आज राजकीय कार्यक्रम के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शेखावाटी लाइव ब्यूरो रिपोर्ट झुंझुनू