प्रमुख चार मांगों को लेकर गोविंद सारवान वाल्मीकि के नेतृत्व में समस्त सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर
डॉ मधुसूदन मालानी को अवगत करवाने के बावजूद नहीं हुई सुनवाई
झुंझुनू, जिले के पिलानी में स्थित बिरला सार्वजनिक अस्पताल के सफाई कर्मचारी आज अपनी मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। अपनी प्रमुख चार मांगों को लेकर गोविंद सारवान वाल्मीकि के नेतृत्व में समस्त सफाई कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि बिरला सार्वजनिक अस्पताल में कार्य करते हुए लगभग 6 से 18 वर्ष हो गए कर्मचारियों के हित में सोचते हुए तथा परिवार का सही पालन पोषण करने के लिए स्थाई किया जाए। सफाई कर्मचारी वर्ग बहुत ही गरीब परिवार से हैं न्यूनतम मजदूरी प्रतिदिन ₹500 यानी प्रति माह ₹15000 प्रति कर्मचारी निर्धारित की जाए। ऐसे कर्मचारी जिनकी सेवाएं देते हुए आकस्मिक मृत्यु हुई उनके परिवार के सदस्यों को आज तक स्थाई नहीं किया है उन्हें स्थाई किया जाए। सफाई कर्मचारियों पर अलग से सफाई कर्मचारी जमादार की नियुक्ति की जाए। गोविंद सारवान वाल्मीकि ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 माह पूर्व डॉ मधुसूदन मालानी को ज्ञापन देकर हमने अपनी मांगों से अवगत करवाया था उन्होंने हमें पूरा करने का आश्वासन दिया था लेकिन अभी तक हमारी कोई सुनवाई नहीं की गई है। धरने प्रदर्शन में बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।