सोशल मीडिया के सहयोग से मनीष शर्मा 2 दर्जन बिछड़े हुओ को मिला चुके है अपनों से
सादुलपुर [ कृष्ण फगेड़िया ] शोशल मीडिया का सही उपयोग किया जाए तो किसी के लिए ये वरदान से कम नहीं है ।सादुलपुर के समाज सेवी मनीष शर्मा शोशल मीडिया से पता ढूंढकर परिजनों से बिछड़े लोगो को मिलवा रहे हैं । उन्होंने करीब 2 दर्जन लोगों को परिजनों से मिलवा चुके हैं । मकर सक्रांति के दिन भी एक दिव्यांग को परिजनों से मिलवाया है । मध्यप्रदेश का रहने वाला एक दिव्यांग अपनों से बिछुड़ गया था। करीब 14 दिन बाद परिजनों से मिला तो उसकी रूलाई फूट पड़ी। परिजनों ने बताया कि श्मामलाल बोलने व सुनने में असमर्थ है। इस मौके पर मौजूद लोगों की आंखे भी नम हो गई। शहर की सामाजिक संस्था विमला देवी सेवा समिति आश्रम की ओर से नव वर्ष पर एक और परिवार से लापता व्यक्ति को घर तक पहुंचाने का पुनीत कार्य किया गया है। आश्रम संचालक मनीष शर्मा ने बताया कि मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के गांव बिजलपुर का रहने वाला श्याम लाल 31 दिसंबर को अपने घर से लापता हो गया था। जो बोल और सुन नही सकता । परिवार के लोगों ने संबंधित थाना क्षेत्र में इसकी गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। परिजनों ने श्यामलाल की तलाश में हर सम्भावित जगहों पर पूछताछ की। मगर इसका कोई पता नहीं चला। 5 जनवरी को श्यामलाल रेलवे स्टेशन पर अकेला बैठा आश्रम की टीम को मिला था। इसके बाद इससे पूछताछ की तो ये कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं था। श्यामलाल को आश्रम लाकर भोजन करवाने के बाद चिकित्सकों से उसका उपचार शुरू करवाया। बाद में सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाकर डाला गया । वीडियो भेजने के 24 घंटे के बाद इंदौर से एक महिला जिसका नाम हीरामणि सोनी का फोन आया और बताया की यह व्यक्ति उनका पड़ोसी है। नाम श्याम लाल जांगिड़ है। महिला ने रात्रि को 10 बजे श्यामलाल के बड़े भाई कैलाश से आश्रम में वार्ता करवाई। इसके बाद 13 जनवरी को कैलाश अपने परिवार के साथ आश्रम पहुंचे। दिव्यांग भाई के गले मिला तो दोनों भावुक हो गए । वहीं आश्रम में उपस्थित लोगों की आंखें भी नम हो गई। मनीष शर्मा ने संबंधित थाना क्षेत्र से वेरिफिकेशन के बाद एवं आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति कर श्यामलाल जांगिड़ को उनके परिवार जनों को सौंप दिया। शेखावाटी लाइव के लिए सादुलपुर से कृष्ण फगेड़िया की रिपोर्ट