सांसद नरेन्द्र कुमार ने युवाओं की आवाज को उठाया संसद में
सांसद ने कहा कि झुंझुनू जिला सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है देश को सर्वाधिक सैनिक दिए हैं पिछले 2 साल से कोरोना के चलते सेना भर्ती आयोजित नहीं हो पाई है
झुंझुनू, जिले के युवा लम्बे समय से झुंझुनू में सेना भर्ती की मांग के साथ आयु में भी छूट की मांग कर रहे थे। इसको लेकर झुंझुनू के युवाओ ने अनेक बार रैली प्रदर्शन कर अपनी मांग को प्रशासन के समक्ष रखा था। आज झुन्झुनू सांसद नरेन्द्र कुमार ने जिले के युवाओ की मांग को लेकर संसद में आवाज उठाई। सांसद ने कहा जिला झुन्झुनू(राजस्थान) सैनिक बाहुल्य क्षेत्र है जिले ने देश को सबसे ज्यादा सैनिक दिए है। जिले में सेना भर्ती होती थी। जिसमें जिले से बहुत से सैनिक देश को मिलतें थे। दो साल से अधिक का समय हो गया युवा निरतंर सेना भर्ती की तैयारी कर रहे है। दो साल से कोरोना महामारी के कारण बहुत से युवा सेना में निर्धारित उम्र से अधिक हो गये व सेना भर्ती से वंचित रह गये । जिला झुन्झुनू(राजस्थान) में युवाओं को सेना में दो साल की उम्र में छूट दिलाकर जल्द भर्ती करवायी जाये। वही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि झुंझुनू के युवाओं में सेना में जाने को लेकर एक गजब का जुनून दिखाई पड़ता है जिसके चलते आप जिले के किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में चले जाइए सुबह शाम सड़कों पर युवा यहां पर दौड़ करते हुए आपको दिखाई दे जाएंगे। वहीं पिछले 2 साल से कोरोना महामारी के चलते सेना भर्ती रैली आयोजित नहीं हो पाई थी। जिसके कारण जिले के युवा निर्धारित आयु सीमा से अधिक होने के चलते वंचित रह गए हैं। ऐसी स्थिति में जिले में सेना भर्ती आयोजित करवाने के साथ अभ्यर्थियों को आयु में छूट देने की मांग को लेकर समय-समय पर जिले के युवाओं ने धरने प्रदर्शन करके भी अपनी आवाज को बुलंद किया है। साथ ही तत्कालीन जिला कलेक्टर उमरदीन खान को इस संबंध में कई बार ज्ञापन भी सौंपा गए थे। सेना भर्ती आयोजित नहीं होने के चलते झुंझुनू जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है।