युवक के लापता होने के 14 दिन बाद सामने आया राज
पैसे के लेनदेन से जुड़ा हुआ निकला मामला
सुजानगढ़, [सुभाष प्रजापत ] शहर के राजेश सांखला के लापता होने के 14 दिन बाद गनोड़ा रोड के पास कच्चे रास्ते पर एक खेत में जमीन में दबी उसकी लाश मिली है। पुलिस ने सोमवार सुबह मामले का खुलासा किया। दरअसल राजेश (45) के साथ रहने वाले हैदर ने ही पैसे को लेनदेन को लेकर उसकी हत्या कर खेत में गाड़ दिया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेश ने हैदर को तीस हजार रुपए उधार दिए थे। जिसको वह लौटा नहीं पा रहा था और ब्याज भी चढ़ता जा रहा था। ऐसे में राजेश को बहला-फुसलाकर हैदर खेत में ले गया और फावड़े के डंडे से उसकी हत्या कर उसके शव को खेत में दबा दिया। शक ना हो इसलिए वह हत्या के बाद राजेश के पिता सत्यनारायण सांखला के संपर्क में भी रहा और राजेश को ढूंढने में मदद का नाटक भी करता रहा।सुजानगढ़ का राजेश सांखला ब्याज पर पैसों के लेन-देन का काम करता था। जिसमें उसका साथी बिलाल भी शामिल था। 17 जुलाई को राजेश रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया। जिसके बाद उसके पिता सत्यनारायण सांखला ने 18 जुलाई को कोतवाली थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
कुछ दिन बाद 23 जुलाई को उसके पिता ने एफआईआर दर्ज करवाते हुए उसके साथी बिलाल के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। मामले में हत्या करने वाले हैदर को गवाह बनाया गया था। इस दौरान सेन भक्त मंडल, सर्व समाज और जनहित संघर्ष मोर्चा सहित राजेश के परिजनों के द्वारा लगातार प्रदर्शन और ज्ञापन देते हुए राजेश की जल्दी बरामदगी की मांग उठाई जा रही थी। जिसके बाद लगातार एक्टिव रही पुलिस ने जब शहर के सीसीटीवी खंगाले तो 17 जुलाई को एक सीसीटीवी कैमरा में राजेश बाइक पर हैदर के साथ जाता हुआ नजर आया। जबकि वापस आते हुए हैदर अकेला दिखाई दिया।
पुलिस ने हैदर से मामले को लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। इसके बाद पुलिस रविवार को हैदर को उस खेत में ले गई। हैदर ने वह जगह बताई जहां उसने हत्या कर राजेश की लाश को दफना दिया था।सोमवार की सुबह कोतवाली थाने में गहमागहमी का माहौल था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सुजानगढ़ कोतवाली व सदर थाना सहित आसपास के थानों के अधिकारी और पुलिसकर्मियों को बुला लिया गया था। शव बरामदगी के दौरान एडिशनल एसपी सुनील कुमार, डीएसपी रामप्रताप विश्नोई, कोतवाली थाना सीआई मुकुट बिहारी मीणा, सदर थाना सीआई मनोज मूंड सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी स्टाफ के साथ तैनात रहे।