बदनामी के डर से दे दी जान
किशोरी के हाथों पर लिखे हुए मिले थे लोगों के नाम
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] रतनगढ़ तहसील के गांव छाबड़ी खारी में बदनामी के डर से 16 वर्षीय किशोरी ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली। किशोरी के हाथों पर नाम लिखे हुए मिले हैं। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को उतरवाकर रतनगढ़ जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है, जहां पर मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवाकर लाश अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दी। पुलिस ने बताया कि रतनगढ़ तहसील के गांव छाबड़ी खारी निवासी 45 वर्षीय महिला ने पुलिस को रिपोर्ट दी कि वह परिवार सहित सोमवती अमावस्या पर तीर्थ करने के लिए लोहार्गल गई हुई थी। घर पर उसकी 16 वर्षीय बेटी अकेली थी, जिसके पास गांव के ही एक जने को छोड़कर गई थी। दोपहर में बेटी ने मां को फोन कर बताया कि भाई को पूछने के लिए घर पर कल्याणपुरा निवासी दो युवक आए हैं। भाई के दोस्त होने के नाते इन युवकों से चाय-पानी का पूछा तथा घर में बैठा लिया। इसी दौरान गांव के फूलाराम ऐचरा व लालचंद मेघवाल घर पर आए तथा युवकों को घर से बाहर ले गए तथा उनके साथ मारपीट की। और किशोरी को बदनाम किया। बदनामी के डर से किशोरी ने आत्महत्या कर ली। जब रात को वे लोग घर पहुंचे, तो किशोरी झूलती हुई मिली तथा उसके हाथ पर नाम लिखे हुए थे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया, जहां पर शव का पोस्टमार्टम करवाकर लाश अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दी है। मामले की जांच सीआई सुभाष बिजारणियां कर रहे हैं।