झुंझुनू शहर में एक ही रात में हुई थी पिक अप चोरी
पंजाब के लुधियाना में मिली चोरी की पिकअप, गोदाम में छुपाए गए थे दोनों वाहन
झुंझुनू, कोतवाली पुलिस ने शहर से चोरी हुई दो पिकअप को जब्त करने में सफलता हासिल की है है। दोनों पिकअप एक ही रात में अलग अलग जगह से चोरी हुई थी। पुलिस ने दोनों पिकअप को पंजाब के लुधियाना से बरामद की है। दोनों पिकअप 17 अगस्त को झुंझुनू के मान नगर व अपेक्स हॉस्पिटल के पास से चोरी हुई थी। इस संबंध में कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया था। मान नगर के सुदर्शन पूनिया व लादुसर के सुरेन्द्र स्वामी ने पिकअप चोरी होने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने दोनो पिकअप को जब्त कर लिया है। जबकि चोरी का मुख्य आरोपी व उसका साथी अंधेरा फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। चोरो ने दोनो पिकअप को लुधियाना के एक गोदाम में छिपाई हुई थी।
इस संबंध में झुंझुनूं के माननगर निवासी सुदर्शन पूनिया व लादूसर के सुरेंद्र स्वामी ने 17 अगस्त को कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था। एक ही रात में दो पिकअप गाड़ी चोरी होने की घटना को गंभीरता से लेते हुए विशेष टीमों का गठन किया गया। टीम की ओर से घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। फुटेज में चोरी हुई पिकअप गाड़ी चिड़ावा की तरफ जाना पाया गया। जिस पर बगड़, चिड़ावा, पिलानी, लोहारू सिंघानी, भिवानी जींद, कैथल, अंबाला तक 400 किलोमीटर के रास्ते में होटल, ढाबे, टोल व अन्य स्थानों पर लगे करीब 300 से अधिक सीसीटीवी फुटेजों का अवलोकन करते हुए लुधियाना पहुंचे।
लुधियाना शहर में सीसीटीवी फुटेज देखने पर सामने आया की चोरों ने सीसीटीवी से बचते हुए अंधेरी गलियों का उपयोग कर पिकअप गाड़ियों को कहीं छुपाया है। जहां पर तलाश की गई। तलाश के दौरान कांस्टेबल प्रवीण कुमार को सूचना मिली कि नीची नंगली औद्योगिक क्षेत्र लुधियाना में सुखविन्द्रपाल सिंघला के गोदाम में रात को चोरी के वाहनों को काटा जाता है।
सूचना पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से गोदाम पर छापा मारा गया। पुलिस को देखकर अंधेरे का फायदा उठाकर वाहन चोरी का मुख्य सरगना व उसके साथी फरार हो गए। गोदाम के अंदर झुंझुनूं शहर से चोरी हुई दोनों पिकअप गाड़ी व एक अन्य पिकअप खड़ी मिली। तीसरी पिकअप भी चोरी की होने की संभावना प्रतीत होने के चलते पुलिस ने तीनों वाहनों को जब्त कर लिया। टीम में कल्याण सिंह, मनेश कुमार, शशिकांत, प्रवीण कुमार, महेंद्र कुमार, विक्रम, संदीप कुमार, सुरेश कुमार, बाबूलाल, विकास शामिल रहें। कार्रवाई में हैड कांस्टेबल मनेश कुमार व प्रवीण कुमार का विशेष योगदान रहा।