बेसुध हालत में परिजनों को मिली 74 वर्षीय वृद्धा अपने ही घर में, घटना की सूचना के बाद मौके पर लगी मोहल्लेवासियों की भीड़
घटना की सूचना पर हैड कांस्टेबल छगनलाल पहुंचे मय जाप्ता मौके पर, रतनगढ़ के वार्ड 32 में धर्मादा दुकान के सामने गली की है घटना
रतनगढ़, [सुभाष प्रजापत ] अपने ही घर में बैठकर आराम कर रही वृद्धा को अज्ञात महिला ने मुंह दबाकर बेहोशी की दवा सुंघाकर बेसुध कर दिया तथा उसके गले व हाथों से सोने के आभूषण लेकर फरार हो गई। मामले का पता लगने पर लोगों की मौके पर भीड़ लग गई तथा पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हैड कांस्टेबल छगनलाल मय जाप्ता मौके पर पहुंचे तथा अज्ञात महिला की तलाश शुरू कर दी। मामले के अनुसार रतनगढ़ के वार्ड 32 में गणेश अग्रवाल का मकान है। अग्रवाल की बाजार में दुकान है तथा वे वहां पर थे। घर पर उनकी पत्नी पूजा एवं 74 वर्षीय मां सीता देवी अकेली थी। तीन मंजिला घर की सबसे ऊपरी मंजिल पर गणेश की पत्नी घरेलू कार्य कर रही थी तथा मकान की दूसरी मंजिल पर उसकी मां सीता देवी आराम कर रही थी। इसी दौरान एक महिला ने घर में प्रवेश किया तथा वृद्धा का मुंह पकड़कर जबरन बेहोशी की दवा सुंघाकर बेसुध कर दिया और गले में पहनी हुई सोने की चैन, लॉकेट तथा सोने की चूड़ियां निकालकर मौके से फरार हो गई। घर पर खाना बनाने का काम करने वाली महिला जब वहां पर आई, तो वृद्धा बेसुध हालत में मिली। रसोई का काम करने वाली द्रोपदी पारीक ने घटना की सूचना परिजनों को दी, तो मौके पर लोगों की भीड़ लग गई तथा पुलिस को सूचना दी। परिजनों के अनुसार चोरी हुए स्वर्ण आभूषणों की कीमत करीब दो लाख रुपए है।